संविदाकर्मियों के भरोसे संचालित हो रहे 25 वेंटीलेटर
कुशीनगर में वेंटीलेटर व आक्सीजन सिलेंडर संचालन के लिए विशेषज्ञों की जरूरत कोरोना संक्रमितों को हो रही परेशानी सीएमओ ने साधी चुप्पी।
कुशीनगर: जनपद में कोरोना संक्रमितों के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय के एमसीएच विग में 100 बेड, कोविड अस्पताल में 25 वेंटीलेटर लगाए गए हैं, लेकिन इन्हें आइसीयू वार्ड में तैनात पांच संविदा कर्मी संचालित करते हैं। संक्रमितों को हो रही परेशानी से स्वास्थ्य विभाग बेखबर है। यहां भर्ती मरीजों का इलाज भगवान भरोसे चल रहा है।
अस्पताल में वर्तमान समय में 70 से अधिक रोगी भर्ती हैं, जिनको इलाज में दिक्कत हो रही है। कहने को यहां इलाज के लिए 30 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें चिकित्सक, नर्स, वार्ड ब्वाय, स्वीपर शामिल हैं, लेकिन व्यवस्था के नाम पर कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है। मरीजों के स्वजन नरेंद्र, सतीश, अजय कुमार का कहना है कि शिकायत के बाद भी सीएमओ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। कई बार तो फोन ही नहीं उठता है।
डीएम एस राजलिगम ने कहा कि कोविड अस्पताल में कमियों को दूर करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। 50 बेड और बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए सीएमओ को भी निर्देशित किया गया है। टीम-9 के गठन के बाद अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो वस्तुस्थिति के अनुसार योजनाओं को अमलीजामा पहनाएंगे।
कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करने का निर्णय
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर स्वयंसेवी संस्थाएं व संगठन भी अब लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बुधवार की शाम कसया नगर स्थित रामजानकी मठ पर नई दिशा पर्यावरण सेवा संस्थान की बैठक में तय हुआ कि बीमारी की बढ़ती भयावहता के बीच जागरूकता बड़ा हथियार बन सकता है, जिससे बीमारी को रोका जा सकता है।
संस्थाध्यक्ष हरिओम मिश्र ने कहा कि शासन-प्रशासन के प्रयास के साथ आमजन का सहयोग बहुत जरूरी है। जब आम आदमी बीमारी की आक्रमकता को समझेगा, खुद जागरूक होगा, दूसरों को भी करेगा तो बीमारी के कदम ठहर जाएंगे। बैठक में शामिल इंद्रेश मिश्र, राजकिशोर, बिनोद आदि ने कहा कि इसके लिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए मोहल्लों में लोगों से संपर्क कर जागरूक किया जाए। रविद्र, राजेश, विवेक, रामअशीष सिंह आदि मौजूद रहे।