एंबुलेंस से उतारने के 20 मिनट बाद हो गई व्यक्ति की मौत
कुशीनगर के दुदही सीएचसी में कोरोना संक्रमित होने के भय से नहीं किया गया मरीज का इलाज चिकित्सक व कर्मचारियों पर आवास में छिपने का आरोप बीमार व्यक्ति की फूल रही थी सांस गंभीर थी हालत।
कुशीनगर: दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत अमवांखास टोला बरवापट्टी के एक अधेड़, अपनी नाबालिग बच्ची के साथ एंबुलेंस से इलाज के लिए सीएचसी दुदही पहुंचे। एंबुलेंस से उतरने के 20 मिनट बाद ही इलाज के अभाव में मौत हो गई। आरोप है कि चिकित्सक सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी आवास में छिप गए। व्यक्ति की सांस फूल रही थी।
स्वजन के अनुसार श्रीराम गुप्ता को एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। आसपास के लोगों ने एंबुलेंस बुलाकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा। एंबुलेंस कर्मी उनको उतार कर अस्पताल के अंदर मुख्य दरवाजे पर लेटा दिए। स्वजन का आरोप है कि कोरोना संक्रमण के भय से किसी स्वास्थ्य कर्मी ने इलाज नहीं किया और उनकी मौत हो गई। प्रभारी चिकित्सा धिकारी डा. एके पांडेय का कहना है कि उक्त व्यक्ति एंबुलेंस में ही मर गया था। एंबुलेंस के कर्मचारी जमीन पर लेटाकर चले गए। एक सप्ताह पहले अस्पताल के स्वीपर की कोरोना से मौत से कर्मचारी भयभीत हैं।
आक्सीजन के लिए हंगामा, मंगाए गए तीन सिलेंडर
पडरौना जिला संयुक्त चिकित्सालय में गुरुवार की दोपहर तीन बजे अचानक आक्सीजन सिलेंडर खत्म होने की खबर आम होते ही कोविड व इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के स्वजन हंगामा करने लगे।
कर्मचारियों ने आनन-फानन में कसया से एक प्राइवेट अस्पताल से सिलेंडर मंगवाया। लगभग दो घंटे तक चला हंगामा गीडा गोरखपुर से आक्सीजन पहुंचने के बाद शांत हुआ। सीएमएस डा.बजरंगी पांडेय ने कहा कि सिलेंडर की कमी नहीं है, इमरजेंसी के लिए कसया से सिलेंडर मंगवाया गया है। कुछ लोगों ने आक्सीजन खत्म होने की अफवाह फैला दी, जिसके कारण मरीजों के स्वजन परेशान हो गए थे। सीएमओ डा.एनपी गुप्ता ने इससे अनभिज्ञता जताई है।