भरवारी में कर रहे थे स्कूटी से सफर, प्रयागराज पुलिस ने किया चालान, आरटीओ प्रयागराज से मिला मैसेज तो रह गए दंग
ट्रैफिक पुलिस भी अक्सर ही अजब गजब कारनामे करती रहती है। इससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ जाती है। कभी बाइक के नंबर पर ट्रैक्टर का चालान तो कभी एक शहर की बाइक से दूसरे शहर में चालान किए जाने की बात सामने आती है। ताजा मामला भरवारी का है। यहां की स्कूटी आज तक प्रयागराज नहीं गई लेकिन प्रयागराज ट्रैफिक पुलिस ने उसका चालान कर दिया। इतना ही नहीं इसकी रिपोर्ट आरटीओ कार्यालय भेजकर वाहन स्वामी को चालान जमा करने का मैसेज भी भेज दिया।
कौशांबी। ट्रैफिक पुलिस भी अक्सर ही अजब गजब कारनामे करती रहती है। इससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ जाती है। कभी बाइक के नंबर पर ट्रैक्टर का चालान तो कभी एक शहर की बाइक से दूसरे शहर में चालान किए जाने की बात सामने आती है। ताजा मामला भरवारी का है। यहां की स्कूटी आज तक प्रयागराज नहीं गई, लेकिन प्रयागराज ट्रैफिक पुलिस ने उसका चालान कर दिया। इतना ही नहीं, इसकी रिपोर्ट आरटीओ कार्यालय भेजकर वाहन स्वामी को चालान जमा करने का मैसेज भी भेज दिया।
भरवारी क्षेत्र के सिघिया निवासी राकेश विश्वकर्मा के पास एक स्कूटी है। वह स्थानीय कामों के लिए इसका प्रयोग करते हैं। यदि उनको कहीं बाहर जाना होता है तो वह दूसरे वाहन का प्रयोग करते हैं। उनका आरोप है कि 20 अक्टूबर को अचानक उनके मोबाइल पर एक मैसेज आ गया। प्रयागराज एआरटीओ की ओर से भेजे गए मैसेज में कहा गया कि आप का प्रयागराज ट्रैफिक पुलिस ने बिना हेलमेट पहने वाहन चलाने में चालान किया है। उनको इसके लिए एक हजार रुपये चालान के रूप में जमा करने के लिए कहा गया है। राकेश का दावा है कि वह आज तक स्कूटी से प्रयागराज गए ही नहीं, तो फिर गाड़ी का चालान कैसे कट गया। चालान में जिस तस्वीर का प्रयोग किया है, वह भरवारी की है। राकेश ने बताया कि फोटो की स्कूटी में उनका बेटा स्कूटी के पास खड़ा है। जबकि उसका दोस्त स्कूटी पर बैठा है। दोनों आपस में बात कर रहे हैं। इस मामले को लेकर राकेश ने उपभोक्ता फोरम जाने की बात कही है।