सांप के डसने से दो महिलाओं की मौत, परिवार में मचा कोहराम

मंझनपुर व कौशांबी थाना क्षेत्रों में सांप के डसने से दो महिलाओं की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वजनों से पूछताछ के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 11:32 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:32 PM (IST)
सांप के डसने से दो महिलाओं की मौत, परिवार में मचा कोहराम
सांप के डसने से दो महिलाओं की मौत, परिवार में मचा कोहराम

कौशांबी। मंझनपुर व कौशांबी थाना क्षेत्रों में सांप के डसने से दो महिलाओं की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वजनों से पूछताछ के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।

कौशांबी के बिदांव निवासी केशव प्रसाद मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है। शनिवार की रात उसकी 48 वर्षीय पत्नी लालती देवी भीतर की कोठरी में सामान निकालने के लिए गई थी। परिवार वालों का कहना है कि इस बीच सांप ने उसके पैर में डस लिया। कुछ देर बाद महिला की हालत बिगड़ी तो परिवार के लोग आनन-फानन उसे तांत्रिक के पास लेकर गए। झाड़फूंक से भी आराम नहीं मिला तो स्वजन देर रात जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार को सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्वजनों से पूछताछ के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

दूसरी ओर मंझनपुर के बहादुरपुर निवासी शैलेश कुमार खेती करके परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी 22 वर्षीय पत्नी पिकी देवी को 18 सितंबर की रात सोते समय सांप ने काट लिया। परिवार वालों का कहना है कि आनन-फानन उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने पिकी को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया। इस पर परिवार के लोग उसे मंझनपुर के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने भर्ती कर उसका इलाज शुरू किया, लेकिन रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई। सांप काटे तो फौरन पहुंचे अस्पताल

जिले में इन दिनों सर्पदंश से मौत की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। माह भर में दर्जन भर से अधिक लोग सर्पदंश के चलते काल के गाल में समा चुके हैं। ऐसे में तमाम लोग पहले झाड़फूंक पर विश्वास रखते हैं, जिससे मरीजों की जान से खिलवाड़ होता है। किसी भी तांत्रिक के चक्कर में न पड़ते हुए मरीज को सीधे अस्पताल लेकर पहुंचना चाहिए। सीएमओ डा. केसी राय का कहना है कि जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी व पीएचसी में एंटी स्नेक इंजेक्शन मौजूद है। हां इस बात का ख्याल मरीज के परिवार वालों को जरूर रखना चाहिए कि यदि सांप ने काटा हो, तभी इंजेक्शन लगवाएं। अन्यथा यह इंजेक्शन जहर के रूप में तब्दील हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक उपचार के तौर पर सांप काटे हुए स्थान को ऊपर व नीचे के हिस्से में कपड़े से कसकर बांध देना चाहिए, जिससे रक्त का संचार काटे हुए स्थान के ही इर्द-गिर्द ठहरा रहे और वह शरीर के दूसरे हिस्से में न पहुंचने पाए। अन्यथा रक्त के सहारे जहर पूरे शरीर में फैल सकता है। इसके बाद सांप के काटे हुए स्थान पर किसी ब्लेड से चीरा लगाना चाहिए, जिससे जहर जितना हो बाहर निकल जाए। इसके बावजूद मरीज को राहत नहीं मिलती तो फौरन अस्पताल लेकर पहुंचे और सांप काटने की बात पर पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही इंजेक्शन लगवाएं।

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