नटखट नंद किशोर की कथाओं ने श्रद्धालुओं को मन को मोहा, भागवत कथा में श्री कृष्ण लीला पर हुई कथा
चायल तहसील के अमिरसा गांव में चल रही भागवत कथा चौथे दिन मंगलवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव और उनके मानव जीवन में अवतरित होने की कथा का वर्णन किया गया। जिसमें श्रोता भाव विभोर होकर कथा का आनंद लिया। इस दौरान श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
कौशांबी। चायल तहसील के अमिरसा गांव में चल रही भागवत कथा चौथे दिन मंगलवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव और उनके मानव जीवन में अवतरित होने की कथा का वर्णन किया गया। जिसमें श्रोता भाव विभोर होकर कथा का आनंद लिया। इस दौरान श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
चायल तहसील के अमिरसा गांव में 23 अक्टूबर से चल रही भागवत कथा और महा यज्ञ का मंगलवार श्रीमद भागवत कथा यज्ञ में कथा व्यास ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद सपाद लक्ष्येस्वर धाम बेमेतरा छत्तीसगढ़ से पधार कर अपने मुखार विद से इस कथा जगत में भगवान श्री कृष्ण के बाल कृष्ण लाल के जन्मोत्सव की कथा में बताया। कहा कि भगवान का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र की मध्य रात्रि में हुआ। उस समय इंद्र भगवान ने घनघोर बारिश की। भगवान का अवतार हम मानव जीवन के लिए परम कल्याणमयी है। उन्होंने धरती से पापियों के संहार करने के लिए ही जन्म लिया है। जिस प्रकार भगवान के जन्म से ही उनके जीवन में तमाम प्रकार के संकट और कठिनाइयां आई और उन्होंने उसका निवारण अपने पराक्रम से किया उसी प्रकार हर मनुष्य को अपने जीवन में कठिनाइयों और विपत्ति का सामना करना चाहिए । कथा सुनकर वहां मौजूद लोगों ने भक्ति विभोर होकर जय श्री राधे जय श्री कृष्ण जय श्री राधे की जय कारे लगाने लगे। जय कारे से आश्रम प्रंागण गूंज उठा। मुख्य यजमान सुशीला देवी श्री विद्यासागर पांडे भागवत सुनने आए श्रोताओं को प्रसाद वितरित किया। इस बीच इलाके के सैकड़ों भक्त मौजूद रहे। बुधवार को भी भागवत कथा कही जाएगी।