पूर्व बीएसए ने खाली नहीं किया आवास, दूसरे ने लगाया ताला
जासं, कौशांबी : सरकारी आवास में रहने को लेकर दो अधिकारियों के बीच का विवाद शुरू हो गया है। अब बीएसए आवास पर दो अधिकारियों का दावा है। दोनों अधिकारियों ने उसमें ताला लगा लिया है। मामला डीएम के पास तक पहुंच गया है लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकाला जा सका।
जासं, कौशांबी : सरकारी आवास में रहने को लेकर दो अधिकारियों के बीच का विवाद शुरू हो गया है। अब बीएसए आवास पर दो अधिकारियों का दावा है। दोनों अधिकारियों ने उसमें ताला लगा लिया है। मामला डीएम के पास तक पहुंच गया है लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकाला जा सका।
अधिकारी हॉस्टल के एक कमरे में पूर्व बीएसए एमआर स्वामी रहते थे। उन्होंने अपने आवास में ही कैंप कार्यालय बना रखा था। विभाग का एक कंप्यूटर व जरूरी दस्तावेज वह अपने कमरे में ही रखे थे। इसी दौरान उनका स्थानांतरण हो गया। करीब चार माह तक कोई बीएसए नहीं आए। इसी बीच वह आवास पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के नाम पर आवंटित कर दिया गया। अब आवास खाली न होने की स्थित में पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने अपना ताला वहां पर लगा दिया। एक आवास के दो दावेदार होने से अब तक आवास के अंदर कोई दाखिल नहीं हो सका। दोनों ने उसमें अपना-अपना ताला लगा रखा है। बीएसए अर¨वद कुमार ने बताया कि आवास सरकारी है। जो बीएसए पद नाम पर आवंटित था। आवास में विभाग को कंप्यूटर व अन्य सामग्री रखी है। ऐसे में दूसरे अधिकारी को बिना आवास खाली किए ताला नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी डीएम को दी गई है। वहीं पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी से वार्ता न होने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका।