अपराध रोकना नवागत एसपी के लिए चुनौती
कौशांबी पशु तस्करी अवैध शराब अवैध खनन के साथ जघन्य हत्या की वारदातों को जिले में
कौशांबी : पशु तस्करी, अवैध शराब, अवैध खनन के साथ जघन्य हत्या की वारदातों को जिले में रोकना नए पुलिस अधीक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। आइपीएस अभिनंदन के सोमवार देर रात तबादले के बाद शासन ने वर्ष 2010 बैच के आइपीएस राधेश्याम को जिले की बागडोर दी है। वह अभी तक नियम एवं ग्रंथ विभाग लखनऊ में तैनात थे। वह मंगलवार की देर शाम तक कौशांबी नहीं आ सके थे।
बहरहाल जिले में उनकी ज्वाइनिग के बाद अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसना भले ही प्राथमिकता में शामिल होगा, लेकिन कई वारदातें ऐसी हैं, जिनका पर्दाफाश करना किसी चुनौती से कम साबित नहीं होगा। अगस्त में सेवानिवृत्त शिक्षक राजबहादुर की हत्या कर दी गई। कातिल के करीब तक पहुंच चुकी पुलिस को सबूत व गवाह की दरकार है। इसी तरह माह भर पहले मंझनपुर के ओसा गांव में भी रिटायर्ड कोलमाइंस कर्मी की हत्या भी अबूझ पहेली बनी हुई है। इतना ही नहीं, 10 दिन पहले चरवा थाना क्षेत्र के धूरी गांव स्थित ससुर खदेरी नदी के समीप नग्न अवस्था में महिला की सिर कटी लाश मिली थी। इसके लिए पुलिस की कई टीमें गठित हैं, लेकिन अब तक कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा सका है। अब देखना है कि पुलिस कब और कैसे मामलों का राजफाश करती है।
चुनौतीपूर्ण वारदातों की गुत्थी सुलझा गए अभिनंदन
जासं, कौशांबी : डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा कर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन भले ही स्थानांतरण के बाद मंगलवार की देर शाम बांदा जनपद के लिए रवाना हो गए, लेकिन उनके काम करने के तरीकों ने अपराधियों के जहां होश फाख्ता कर रखे थे, वहीं मातहतों को चुनौतीपूर्ण वारदातों से निपटने का सबक भी दिया। अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा अनसुलझी वारदातों को एसपी ने बड़ी आसानी से सुलझाया। आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ में सबसे ज्यादा पशु तस्कर ही पुलिस के हत्थे चढ़े। ऐसे में अपराध की वारदातों पर काफी हद तक शिकंजा कसा रहा।
नवंबर 2019 में अभिनंदन ने जिले का चार्ज संभाला। उनकी खसियत थी कि वह स्वयं छोटी छोटी घटनाओं की मौके पर जाकर मानीटरिग करते थे।