55 घंटे की बंदी को लेकर सड़कों पर रहा सन्नाटा

प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर 55 घंटे की बंदी कर कर दिया है। बंदी के पहले दिन बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। सरकारी अस्पतालों में आने वाले लोगों की संख्या भी बहुत कम रही। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि लोगों ने घरों पर रहकर कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी सहभागिता दिखाई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 05:24 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 06:12 AM (IST)
55 घंटे की बंदी को लेकर सड़कों पर रहा सन्नाटा
55 घंटे की बंदी को लेकर सड़कों पर रहा सन्नाटा

जागरण टीम, कौशांबी : प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर 55 घंटे की बंदी कर कर दिया है। बंदी के पहले दिन बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। सरकारी अस्पतालों में आने वाले लोगों की संख्या भी बहुत कम रही। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि लोगों ने घरों पर रहकर कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी सहभागिता दिखाई है।

चायल प्रतिनिधि के अनुसार सरकार की ओर से 55 घंटे बंदी की घोषणा से शनिवार को चायल क्षेत्र के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। कुछ लोग ही जरूरी कार्यो से घर से निकले। पुलिस की मुश्तैदी से सड़कें पूरी तरह से सूनसान नजर आई। हालांकि दोपहर बाद बाहर जाने वाले कुछ लोग सड़क पर दिखे। चायल की बाजारों में पुलिस ने बंदी के एक दिन पहले ही सक्रियता दिखाई थी। दवा व किराने की दुकानों को छोड़कर अन्य दुकानों को बंद करा दिया था। शनिवार को भी दुकानें बंद रही। पुलिस क्षेत्र में भ्रमण करती रही। प्रयागराज जाने वाले लोग दोपहर बाद सड़क पर वाहन खोजते नजर आए। पुलिस ऐसे लोगों से पूछताछ करने के बाद उन्हें जाने दिया। इस दौरान सराय अकिल में थानाध्यक्ष विजय विक्रम सिंह, तिल्हापुर मोड़ और चायल बाजार में इंस्पेक्टर अतुल सिंह, चरवा बाजार में इंस्पेक्टर संतशरण सिंह, मनौरी, पूरामुफ्ती बाजार में इंस्पेक्टर रमेश पटेल बाजारों मुश्तैद रहे। वहीं एसडीएम ज्योति मौर्या और सीओ कृष्ण गोपाल सिंह तहसील क्षेत्र की निगरानी करते नजर आए।

मूरतगंज प्रतिनिधि के अनुसार पीएचसी मूरतगंज में प्रतिदिन लोगों की भीड़ रहती थी, लेकिन आज सन्नाटा दिखा। चिकित्सक समय पर अस्पताल आ गए, लेकिन ओपीडी की संख्या बेहद कम रही। बताया कि मूरतगंज कस्बा हाईवे पर है। ऐसे में दर्जनों लोग किसी न किसी वाहन से वहां पहुंचे। स्थानीय स्तर पर सभी वाहनों पर प्रतिबंध होने के चलते लोगों को पैदल घरों तक जाना पड़ा।

सिराथू प्रतिनिधि के अनुसार कोरोना के चलते 55 घंटे की बंदी होने की सूचना पुलिस ने पहले ही दे रखी थी। ऐसे में दवा के अलावा अन्य किसी तरह की दुकान नहीं खुली दिखी। इसी तरह सैनी, अजुहा व नारा आदि स्थानों पर लॉकडाउन को लेकर बंदी का असर रहा। सिराथू चौकी प्रभारी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि दुकानदारों को एक दिन पहले सचेत कर दिया गया था। ऐसे में बंदी का पूरी तरह से पालन हुआ। वहीं अजुहा चौकी प्रभारी विजय कुशवाहा ने बताया कि बंदी का कस्बे में पालन हुआ। कुछ लोगों ने सुबह दुकान खोली थी। जो बाद में बंद करा दी गई।

भरवारी प्रतिनिधि के अनुसार कोरोना के कारण हुई बंदी को लेकर कस्बे में पूरी तरह सन्नाटा रहा। पुलिस की सक्रियता के चलते दुकान नहीं खुली। जो भी लोग थे वह भी बंदी का पालन करते दिखे। नगर पालिका परिषद के कर्मचारी वार्डो को सैनिटाइज करते दिखे।

देवीगंज प्रतिनिधि के अनुसार कड़ा क्षेत्र में बंदी का असर दिखा। तीर्थ क्षेत्र होने के बाद भी बाहरी लोग यहां नहीं आए। जो एक दिन पहले आ गए थे। उनको पुलिस ने सुरक्षा के साथ घर भिजवाया। क्षेत्र में फल व सब्जी के अलावा अन्य किसी प्रकार की दुकान दोपहर से पहले नहीं खुली। इस दौरान कड़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी, सब इंस्पेक्टर लोकेश प्रताप सिंह, कृष्णकुमार सिंह, सीताराम यादव आदि भ्रमण करते रहे।

बारा प्रतिनिधि के अनुसार बिजिया चौराहा, बारा, बैगवा, आंबा कुआं आदि जगहों पर बंदी का असर रहा। दुकाने बंद थी, पुलिस नियमित चेकिग कर रही थी। बिना किसी कारण के सड़क पर दिखे आठ लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई भी की है। इसी प्रकार कसेंदा गांव में बंदी के दिन पूरी तरह से लोग घर पर रहे। इस दौरान लोगों ने घरों पर अखबार पढ़ने के साथ ही बच्चों के साथ उनके विचार साझा किया।

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