डीएफसी कार्य में लगे ओवरलोड वाहन क्षतिग्रस्त कर रहे सड़क

प्रधानमंत्री सड़क योजना से बना मार्ग रेलवे के काम के लिए पहुंचने वाली सामग्री से क्षतिग्रस्त हो रह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 11:57 PM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 05:04 AM (IST)
डीएफसी कार्य में लगे ओवरलोड वाहन क्षतिग्रस्त कर रहे सड़क
डीएफसी कार्य में लगे ओवरलोड वाहन क्षतिग्रस्त कर रहे सड़क

प्रधानमंत्री सड़क योजना से बना मार्ग रेलवे के काम के लिए पहुंचने वाली सामग्री से क्षतिग्रस्त हो रहा है। बार-बार टूट रही इस सड़क को बनवाने में ठेकेदार परेशान हो चुका है। अब उन्होंने अधिकारियों से मदद मांगी है। साथ ही सड़क पर क्षमता से अधिक भार के वाहनों के प्रवेश को रोके जाने की मांग की है।

मंझनपुर-सिराथू मार्ग से कोर्रों होते हुए शहजादपुर तक के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना से मार्ग का निर्माण किया गया है। करीब 11 किमी. सड़क को बनाने के लिए विभाग ने मे. शक्ति कांस्ट्रक्शन के साथ ही एक अन्य ठेकेदार को काम दिया था। जिस पर करीब 10 करोड़ का खर्च आया था। सुजातपुर रेलवे स्टेशन से टेंगाई गांव तक की सड़क की हालत बेहद खराब है। करीब तीन करोड़ की लागत से बनी इस सड़क से होते हुए डीएफसी के निर्माण कार्य में लगे ट्रक ओवरलोड होकर गुजरते हैं। क्षमता से अधिक भार होने के कारण सड़क पर एक लीक बन गई है। बारिश में इस पर पानी भर गया है। दोबारा ट्रक जाने पर वह टूट जा रहा। इतना ही नहीं, करीब तीन किमी. की दूरी पर दो पुलिया बनी है, जो सड़क के टूटने के बाद ट्रकों के आने-जाने से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। मे. शक्ति कांस्ट्रक्शन के मालिक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि 20 जून को उन्होंने सड़क का निर्माण पूरा कर लिया था। इसे विभागीय अधिकारियों ने देखने के बाद फाइनल कर दिया था। सड़क निर्माण पूरा होने के बाद से रेलवे के डीएफसी निर्माण के लिए इसी सड़क से सामग्री लाने व ले जाने का काम शुरू हो गया। शैलेंद्र ने बताया कि अब तक करीब तीन बार में डेढ़ लाख रुपये सड़क को टूटने के बाद बनवाने में खर्च किया जा चुका है। अब फिर सड़क की हालत खराब है। ओवरलोडिग न रुकने के कारण सड़क फिर टूट गई है। उन्होंने बताया कि टेंडर की शर्त के अनुसार सड़क यदि पांच साल तक टूटती है, उसे बनवाने की जिम्मेदारी हमारी होगी, लेकिन यह सड़क ओवरलोड वाहन से टूट रही है और एक निश्चित एरिया में समस्या है। इसको लेकर अधिकारियों को पत्र दिया गया है। उनसे मदद की मांग की गई है, जिससे ओवरलोड ट्रकों पर रोक लग सके और सड़क बार-बार क्षतिग्रस्त न हो।

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