पट्टा मिलने के पांच वर्ष बाद भी नहीं मिला कब्जा, एसडीएम से शिकायत
चायल तहसील के सैयद सरावां गांव में पांच वर्ष पहले मिली पट्टा की भूमि पर कब्जा नहीं दिलाया गया है। जिससे लाभार्थी पांच सालों से भूमि के लिए तहसील का चक्कर लगा रही है। रविवार को उसने मामले की शिकायत एसडीएम ज्योति मौर्या से किया है। एसडीएम ने लाभार्थी को आश्वासन दिया है।
कौशांबी। चायल तहसील के सैयद सरावां गांव में पांच वर्ष पहले मिली पट्टा की भूमि पर कब्जा नहीं दिलाया गया है। जिससे लाभार्थी पांच सालों से भूमि के लिए तहसील का चक्कर लगा रही है। रविवार को उसने मामले की शिकायत एसडीएम ज्योति मौर्या से किया है। एसडीएम ने लाभार्थी को आश्वासन दिया है।
चायल तहसील के सैयद सरावां गांव निवासी मिथुन पुत्र श्रीराम मजदूर है। मजदूरी करके घरवालों का पेट भरता है। उनकी पत्नी गुड़िया देवी ने बताया कि पांच 2016 में गांव की आराजी संख्या 1731 में उसे पट्टा के नाम से भूमि नाम की गई है लेकिन उस पर कब्जा नहीं दिलाया गया है। जिससे यह भूमि उन्हें नाम मात्र की लगती है। गुड़िया देवी का आरोप है कि पांच साल से वह राजस्व अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगा रही है। अभी तक उसे भूमि पर कब्जा नहीं मिला है। पीड़ित ने मामले की शिकायत एसडीएम से किया है। उप जिलाधिकारी ने महिला को आश्वासन दिया है। ठेकेदार ने हड़पे मजदूर के 36 हजार रुपये, शिकायत
पिपरी थाना क्षेत्र के विलासपुर गांव के एक मजदूर की मजदूरी 36 हजार रुपये ठेकेदार ने हड़प लिए। मांगने पर वह गाली-गलौज व मारपीट पर आमादा हो जाता है। इससे आहत मजदूर ने सोमवार को थाने में शिकायत की। पुलिस ने तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी है।
बिलासपुर निवासी सोनू कुमार ने बताया कि वह क्षेत्र के ही गौसपुर कटहुला निवासी एक ठेकेदार के साथ मकान निर्माण में मजदूरी कर रहा था। छह माह पहले उसने आठ माह तक ठेकेदार के साथ काम किया। इसकी मजदूरी 36 हजार रुपये बनी। सोनू का आरोप है कि मजदूरी मांगने पर पहले तो ठेकेदार ने टालमटोल किया। पखवारा भर पहले उसने देने से इन्कार कर दिया। कारण पूछने पर वह गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने पर उतारू हो जाता है। बहरहाल शिकायत पर इंस्पेक्टर ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।