कीचड़युक्त रास्ते, अधूरे शौचालय खोल रहे विकास की पोल

पंचायती राज विभाग गांव में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधा दिलाने के लिए प्रयासरत है। ग्राम पंचायतों को विकसित करने के लिए भारी भरकम बजट भी हर वर्ष खर्च किया जा रहा है। इसके बाद भी जनपद की गई ग्राम पंचायतों में सुविधाओं का अभाव है। इसका जीता-जागता नमूना विकास खंड मूरतगंज के बथुई में देखा जा सकता है। कीचड़युक्त रास्ते निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय व बदहाल विद्यालय भवन यहां पर कराए गए विकास कार्यों की पोल खोल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:47 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:47 PM (IST)
कीचड़युक्त रास्ते, अधूरे शौचालय खोल रहे विकास की पोल
कीचड़युक्त रास्ते, अधूरे शौचालय खोल रहे विकास की पोल

संसू, अर्का : पंचायती राज विभाग गांव में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधा दिलाने के लिए प्रयासरत है। ग्राम पंचायतों को विकसित करने के लिए भारी भरकम बजट भी हर वर्ष खर्च किया जा रहा है। इसके बाद भी जनपद की गई ग्राम पंचायतों में सुविधाओं का अभाव है। इसका जीता-जागता नमूना विकास खंड मूरतगंज के बथुई में देखा जा सकता है। कीचड़युक्त रास्ते, निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय व बदहाल विद्यालय भवन यहां पर कराए गए विकास कार्यों की पोल खोल रहे हैं।

ग्रामीणों को शहरी सुविधा दिलाने के लिए सरकार सड़क, बिजली, पानी व शौचालयों के निर्माण पर जोर दे रही है। इसके अलावा कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय स्कूलों की मरम्मत कराने का प्रावधान है, लेकिन ग्राम पंचायत फादिलाबाद के बथुई गांव में सुविधाओं का अभाव है। गांव के विकास कुमार, धर्मेद्र व संजय का कहना है कि जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से रास्ते में बारिश का पानी भर जाता है। ऐसे में लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। सामुदायिक शौचालय पिछले छह माह से अधूरा पड़ा हुआ है। प्राथमिक विद्यालय बदहाल है। बाउंड्री न होने से मवेशियों ने स्कूल परिसर को अपना अड्डा बना रखा है। जल निकासी के लिए नाली का निर्माण कराने की मांग की गई थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। तैनात सफाईकर्मी नियमित गांव नहीं आता है इससे रास्ते में गंदगी फैली हुई है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत सचिव व एडीओ पंचायत से की थी। इसके बाद भी समस्या का निराकरण नहीं किया गया। गांव में जलनिकासी के लिए बनी नालियों की साफ सफाई न होने से बरसात का पानी रास्ते में भरा रहता है। इससे लोगों को घुटनों भर पानी से निकलना पड़ता है। शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।

राज यादव, बथुई गांव में फैली गंदगी और जलभराव के कारण उठ रही दुर्गंध से जीना मोहाल हो गया है। यदि रास्ते में भरे दूषित पानी को न निकाला गया तो गांव में संक्रामक बीमारी फैल सकती है।

मुन्नालाल, बथुई प्राथमिक विद्यालय की दीवार और छत जर्जर है। इसके अलावा बाउंड्रीवाल भी नहीं बनाया गया है। इससे विद्यालय परिसर में

मवेशियों के जमावड़ा रहता है।

विनोद पांडेय, फादिलाबाद स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में लाखों की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण शुरू कराया गया था। सचिव की लापरवाही की वजह से शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हुआ। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।

पुरुषोत्तम, बथुई

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विकास खंड मूरतगंज के बथुई गांव के रास्ते में पानी भरा हुआ है और सफाई कर्मी नहीं जा रहा है। तो एडीओ पंचायत से इस संबंध में जवाब मांगा जाएगा। साथ ही नालियों की सफाई कराकर पानी को निकाला जाएगा।

गोपाल जी ओझा, डीपीआरओ

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