पूछताछ के बाद दोनों संदिग्धों को प्रतापगढ़ ले गई पुलिस
कौशांबी थाना क्षेत्र के मकदूमपुर ढोकसहा गांव में पकड़े गए हत्यारोपित समेत दो लोगों से पूछताछ करने के लिए आई प्रतापगढ़ की पुलिस टीम उन्हें अपने साथ लेकर चली गई है। पुलिस अफसरों का मानना है कि गोपनीय तरीके से पड़ताल करने आई पुलिस टीम को कुछ और तथ्य जुटाने थे इस वजह से संदिग्धों को प्रतापगढ़ ले जाना पड़ा।
कौशांबी : कौशांबी थाना क्षेत्र के मकदूमपुर ढोकसहा गांव में पकड़े गए हत्यारोपित समेत दो लोगों से पूछताछ करने के लिए आई प्रतापगढ़ की पुलिस टीम उन्हें अपने साथ लेकर चली गई है। पुलिस अफसरों का मानना है कि गोपनीय तरीके से पड़ताल करने आई पुलिस टीम को कुछ और तथ्य जुटाने थे, इस वजह से संदिग्धों को प्रतापगढ़ ले जाना पड़ा।
दो दिन पहले जिले की एसओजी टीम के प्रभारी संजय गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली कि प्रतापगढ़ में सराफा से लूट की वारदात को अंजाम देने वाला आरोपित कौशांबी थाना क्षेत्र के मकदूमपुर ढोकसहा गांव में छिपा बैठा है। कौशांबी थाने की पुलिस की मदद से एसओजी प्रभारी ने रात के समय गांव पहुंचकर बाबादीन माली के घर में दबिश दी। प्रतापगढ़ की लूट में शामिल संदिग्ध तो पुलिस टीम को नहीं मिला, बल्कि सप्ताह भर पहले मलाक पींजरी में युवक का हत्यारोपित राजन माली बड़े बक्से में छिपा मिला। एसओजी टीम ने उसे गिरफ्तार किया। बक्से से करीब सवा 10 लाख रुपये भी बरामद किए गए। इन रुपयों का हिसाब बाबादीन नहीं दे सका। हालांकि पूछताछ में उसने बताया कि पकड़ा गया हत्यारोपित राजन माली लेकर आया था। वह भी पूछताछ में टालमटोल करता रहा। मामला सुर्खियों में आने के बाद शुक्रवार को प्रतापगढ़ की एसओजी टीम सीओ पट्टी के साथ कौशांबी पहुंची। बंद कमरे में दोनों आरोपितों से पूछताछ की गई, लेकिन वह साफ तौर पर कुछ नहीं बता सके। वहीं जिले के पुलिस अफसर इस मामले को लेकर साफ तौर पर फिलहाल कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। प्रधानपति पर हमले के आरोप में पांच के खिलाफ मुकदमा
संसू, कसेंदा : चरवा थाना क्षेत्र के सैयदसरावां गांव में शुक्रवार शाम प्रधानपति पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। मामले को लेकर प्रधानपति की तहरीर पर पुलिस ने शनिवार को पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सैयदसरावां गांव निवास मोहम्मद आजम पुत्र मोहम्मद आबाद प्रधानपति हैं। शुक्रवार शाम करीब छह बजे वह अपने साथियों के साथ मुस्कान चौराहा स्थित कार्यालय में बैठे थे। इसी दौरान दो बाइक पर सवार होकर आए करीब दो दर्जन असलहाधारियों ने मोहम्मद आजम को बंदूक सटा दी। साथ ही उनको गली गलौज करने लगे। विरोध करने पर वह बारबार जान से मारने की धमकी दे रहे थे। प्रधानपति ने किसी तहर वहां से भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद से प्रधान का परिवार दहशत में थे। शनिवार को चरवा पुलिस ने प्रधानपति की तहरीर पर गांव के पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इंस्पेक्टर चरवा संत शरण सिंह का कहना है कि पुराने विवाद का मामला है। इसे लेकर अभी छानबीन की जा रही है।