70 दिन बाद भी आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी पुलिस
कसेंदा बरावां गांव में दो अप्रैल की रात खेतों की सिचाई करने गए 53 वर्षीय अधेड़ राम भजन क
कसेंदा : बरावां गांव में दो अप्रैल की रात खेतों की सिचाई करने गए 53 वर्षीय अधेड़ राम भजन की हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने तीन रिश्तेदारों के खिलाफ हत्या करने का केस दर्ज किया था। स्वजनों के मुताबिक ढाई माह का समय बीतने के बाद भी पुलिस की पकड़ से अभी तक आरोपित दूर है। पुलिस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिसे लेकर पीड़ित परिवार भी भयभीत है। मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग किया है।
पिपरी थाना के बरावां गांव निवासी पार्वती देवी उर्फ गुड़िया पत्नी स्वर्गीय राम भजन ने बताया कि दो अप्रैल की रात समय करीब आठ बजे उनके (53) वर्षीय पति राम भजन खेतों में लगे केला की निजी नलकूप से सिचाई करने के लिए गए हुए थे। इस बीच किसी वजन दार हथियार से सिर और चेहरे पर वार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए थे। भाई को बुलाने के लिए नलकूप पर पहुंचे रामानंद ने तीन रिश्तेदारों को देखा और नलकूप के पास ही उनका भाई राम भजन अचेत अवस्था में मिला। भाई की दुर्दशा देखकर रामानंद के होश उड़ गए। चीख पुकार सुनकर जुटे ग्रामीणों की मदद से आनन-फानन में राम भजन को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव लेकर लौटे मृतक के भाई रामानंद ने भतीजे सूरज के साढ़ू विवेक कुमार उर्फ राजू दिलीप पुत्रगण सीताराम निवासी मुरलीकोट बसवार थाना घूरपुर प्रयागराज व सूरज पुत्र सिकंदर निवासी महेवा पश्चिम पट्टी थाना नैनी प्रयागराज के खिलाफ हत्या करने की तहरीर पुलिस को दिया। घटना के 70 दिन का समय बीतने के बाद भी पुलिस पकड़ से आरोपित दूर हैं।