नाम शहर का, गांव की तरह बिजली आपूर्ति

मंझनपुर नगर पालिका परिषद का विस्तार करते हुए आस-पास के गांव को शहरी दर्जा मिल गया लेकिन अब तक यहां ग्रामीण क्षेत्र की तरह सुविधाएं मिल रही हैं। शहरी क्षेत्र होने के बाद भी यहां अब तक ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:25 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:25 AM (IST)
नाम शहर का, गांव की तरह बिजली आपूर्ति
नाम शहर का, गांव की तरह बिजली आपूर्ति

संसू, टेंवा : मंझनपुर नगर पालिका परिषद का विस्तार करते हुए आस-पास के गांव को शहरी दर्जा मिल गया, लेकिन अब तक यहां ग्रामीण क्षेत्र की तरह सुविधाएं मिल रही हैं। शहरी क्षेत्र होने के बाद भी यहां अब तक ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति हो रही है।

कौशांबी को चार अप्रैल 1997 को नए जिले का दर्जा दिया गया। इसके बाद मुख्यालय के आस-पास तेजी के साथ विस्तार होना शुरू हो गया। लोगों ने भूमि खरीदी और घर बनाए। इसके बाद मंझनपुर नगर पंचायत को नगर पालिका का दर्जा देकर आस-पास के गांव को शहरी हिस्सा बना दिया गया, लेकिन इन गांवों में सुविधाएं नहीं बढ़ी। ओसा चौरां, समदा, गौसपुर टिकरी, पाता आदि स्थानों में बसे लोगों को ग्रामीण क्षेत्र के अनुसार बिजली मिल रही है। इतना ही नहीं, जो नई बस्ती बसी, वहां के लिए विभाग के पास किसी प्रकार की योजना नहीं है। लोगों ने खुद के प्रयास से दो-दो किमी तक विद्युत आपूर्ति अपने स्तर से पोल लगाकर कर लिया। जबकि विभाग जानकारी के बाद भी विस्तार कार्य नहीं कर रहा है। मामले को लेकर अवर अभियंता विनम्र पटेल ने बताया कि विभाग में कोई योजना इन दिनों संचालित नहीं है। ऐसे में नए क्षेत्र में बिजली खुद के खर्च पर ही दी जा सकती है। इसके अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं है। शवदाह स्थल पहुंचने को नहीं बनी सड़क

संसू, भरवारी : भरवारी स्थित शवदाह स्थल को बने छह साल बीत चुके हैं। इस स्थान तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं बनाया गया। लोगों का कहना है कि शव को दाह संस्कार के लिए ले जाया जाता है तो पानी के लिए एक अदद हैंडपंप तक नहीं है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी गिरीश चंद्र का कहना है कि जल्द ही शवदाह स्थल तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाया जाएगा और हैंडपंप भीर लगाया जाएगा, जिससे लोगों को असुविधा न हो।

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