प्रसव के बाद प्रसूता की मौत, लापरवाही का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया हंगामा, पुलिस पहुंची अस्पताल

पिपरी थाना क्षेत्र के चायल कस्बा में स्थित सीएचसी में गुरुवार की शाम प्रसव के बाद 25 वर्षीय प्रसूता सरिता देवी की मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर परिवारीजनों में रोना पिटना मच गया। मामले को लेकर आक्रोशित परिवारीजनों समेत अन्य लोगों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 12:19 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 12:19 AM (IST)
प्रसव के बाद प्रसूता की मौत, लापरवाही का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया हंगामा, पुलिस पहुंची अस्पताल
प्रसव के बाद प्रसूता की मौत, लापरवाही का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया हंगामा, पुलिस पहुंची अस्पताल

कौशांबी। पिपरी थाना क्षेत्र के चायल कस्बा में स्थित सीएचसी में गुरुवार की शाम प्रसव के बाद 25 वर्षीय प्रसूता सरिता देवी की मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर परिवारीजनों में रोना पिटना मच गया। मामले को लेकर आक्रोशित परिवारीजनों समेत अन्य लोगों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर फोर्स के साथ पहुंचे पिपरी इंस्पेक्टर राधेश्याम वर्मा और चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने लोगों को समझाकर किसी तरह शात कराया। फिर भी लगभग दो घटे तक लोगों ने अस्पताल का घेराव किया। उसके बाद शव लेकर घर लौट गए।

चरवा के जानकीपुर गाव निवासी सुशील कुमार पुत्र भगवती प्रसाद मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करता है। करीब पाच वर्ष पहले सुशील की शादी कोखराज थाना के सैता गाव निवासी पीताबर लाल की बेटी सरिता देवी (25) के साथ हुई थी। इन दिनों सरिता अपनी ससुराल में ही थी। गुरुवार की सुबह सरिता देवी को प्रसव पीड़ा हुई। पत्नी को लेकर सुशील कुमार, सास छोटकी व चाची समेत करीब आठ बजे चायल सीएचसी पहुंचे। दोपहर करीब दो बजे सरिता देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया। सुशील के मुताबिक इसी दौरान प्रसव कराने वाली स्टाफ नर्स से रुपये को लेकर झिकझिक हुई। आरोप है कि वह खुशी से न्योछावर के तौर पर आठ सौ रुपये की माग कर रही थी। जबकि सुशील के छह सौ रुपये ही थे, जो उसने दे दिया। जिसके कुछ ही देर बाद सरिता देवी के सीने समेत बदन में दर्द शुरू हो गया और वह अचेत होने लगी। हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। स्वजन जिला अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि करीब चार बजे सरिता देवी की मौत हो गई। घटना से मृतक के स्वजन में रोना पिटना मच गया। मामले को लेकर आक्रोशित स्वजन और स्थानीय ग्रामीणों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। तकरीबन दो घटे तक लोगों ने अस्पताल परिसर में बवाल काटा । पिपरी इंस्पेक्टर के समझाने पर शात हुए स्वजन शव लेकर वापस चले गए। मामले में पीड़ितों ने किसी भी प्रकार की कोई तहरीर नहीं दिया है। दुधमुही समेत दो बेटियों के सिर से उठा मा का साया

पिपरी थाना के चायल कस्बा स्थित सीएचसी में गुरुवार की शाम हुई सरिता की मौत से जन्मी बच्ची समेत तीन साल की बेटी राधिका के सिर से मा का साया हट गया है। अब उनकी परवरिश उनकी दादी छोटकी के सहारे ही है। यह सोच कर मायका पक्ष के लोगों भी बिलखते रहे।

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