किसानों को दी गई हरित क्रांति योजना की जानकारी, गोष्ठी का हुआ आयोजन

विकास खंड चायल के फरीदपुर सुलेम गांव में मंगलवार को किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि सलाहकारों ने हरित क्रांति योजना के संबंध में जानकारी दी। साथ ही गेंहू सरसों की बुआई आदि को लेकर सलाह दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:55 PM (IST)
किसानों को दी गई हरित क्रांति योजना की जानकारी, गोष्ठी का हुआ आयोजन
किसानों को दी गई हरित क्रांति योजना की जानकारी, गोष्ठी का हुआ आयोजन

कौशांबी। विकास खंड चायल के फरीदपुर सुलेम गांव में मंगलवार को किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि सलाहकारों ने हरित क्रांति योजना के संबंध में जानकारी दी। साथ ही गेंहू, सरसों की बुआई आदि को लेकर सलाह दी।

चायल के फरीदपुर सुलेम गांव में आयोजित गोष्ठी के दौरान पादप सुरक्षा वैज्ञानिक डा.नवीन कुमार शर्मा ने फसल के सुरक्षित उत्पादन एवं तकनीकी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी बीज को बोने के पहले उसका शोधन अवश्य करें। उन्होंने धान के कंडुआ रोग के बचाव पर विस्तृत जानकारी दी। रबी के फसलों की बुवाई में सरसों व गेंहू की बुवाई फसल सुरक्षा के बारे में कार्यक्रम में मौजूद किसानों को जानकारी दी गई। केंद्र के मृदा वैज्ञानिक डा.मनोज कुमार सिंह ने प्रक्षेत्र दिवस के महत्व को किसानों को बताते हुए कहा कि कृषि विभाग ने हरित क्रांति योजना में आपके यहां धान के जो प्रदर्शन कराया है। उसमें आपके धान की पैदावार के तुलनात्मक अध्ययन अन्य प्रजातियों से करने व आपके विचार को जानने के उद्देश्य से आपके खेत में करवाया गया है। जिससे अन्य किसान देख सकें कि आपने किन तकनीक से अच्छी पैदावार प्राप्त की है। उसकी कटाई वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारी के सानिध्य में की जायेगी। साथ ही माटी की उर्वरा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि जितना आप माटी से ले रहें। उसका दो गुना कंपोस्ट खाद उसको दें। राजकीय बीज गोदाम प्रभारी डा.सुशील मौर्य ने कृषि विभाग की अनुदानित योजनाओं को किसानों को बताया। इस बीच कृषि विभाग के संदीप सिंह, राजेश, विजय कुशवाहा, देवेंद्र, छोटे लाल आदि उपस्थित रहे।

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