मंदर उपकेंद्र से जुड़े गांवों में 12 घंटे गुल रही बत्ती, लोगों को हुई दिक्कत

विद्युत उपकेंद्र मंदर के कसेंदा फीटर से दर्जन भर गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है। इन गांवों में शनिवार को 12 घंटे तक बिजली नहीं रही। जिससे लोगों के घरों में अंधेरा छाया रहा। साथ ही मोबाइल समेत इलेक्ट्रानिक उपकरण भी शो पीस बने रहे। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक बारिश की बूंदें पड़ने के साथ ही बिजली गायब हो जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:48 PM (IST)
मंदर उपकेंद्र से जुड़े गांवों में 12 घंटे गुल रही बत्ती, लोगों को हुई दिक्कत
मंदर उपकेंद्र से जुड़े गांवों में 12 घंटे गुल रही बत्ती, लोगों को हुई दिक्कत

कौशांबी। विद्युत उपकेंद्र मंदर के कसेंदा फीटर से दर्जन भर गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है। इन गांवों में शनिवार को 12 घंटे तक बिजली नहीं रही। जिससे लोगों के घरों में अंधेरा छाया रहा। साथ ही मोबाइल समेत इलेक्ट्रानिक उपकरण भी शो पीस बने रहे। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक बारिश की बूंदें पड़ने के साथ ही बिजली गायब हो जाती है।

ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में दौड़ी तार पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। जिसके चलते ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। बारिश की हल्की सी बूंद पड़ते ही बिजली गुल हो जाती है।

मंदर विद्युत उपकेंद्र के कसेंदा फीडर के करनपुर, पावन, तेवारा, मेंडवारा, अकबरपुर मिर्जापुर, कसेंदा, काठगांव, बिलासपुर, लोकीपुर, कुंदनपुर, मंदर, मंदरी आदि करीब दर्जन भर गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है। कसेंदा के तलत अजीम, ऐमर अहमद, सैफ, विनोद केसरवानी, मोनू केसरवानी, कुलदीप सिंह, काठगांव के गुड्डू, रेहान, मोहम्मद फैजान, नरेश प्रजापति, बिलासपुर के चतुर्वेदी, धारा सिंह आदि इलाके के लोगों ने बताया कि शुक्रवार की रात हुई बारिश के साथ ही चली तेज हवा के बाद से ही बिजली गुल हो गई। इस बीच 12 घंटे बिजली गायब होने से गांवों में अंधेरा छाया रहा। बिजली गुल होने से मोबाइल समेत इलेक्ट्रानिक उपकरण शो पीस बना हुआ है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उनको पानी के किल्लतों से भी जूझना पड़ता है। ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके की बिजली आपूर्ति के लिए लगे तार पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। जिससे आए दिन कहीं न कहीं से शार्ट सर्किट होता है। इसके बाद बिजली गुल हो जाती है। लोगों ने कहा जरा सी बारिश में बिजली गायब होना तय है। बारिश के दिनों में लोगों को सप्ताह में दो से तीन दिन तक ही सही बिजली मिल पाना नाराजगी का कारण बन रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों समेत जनप्रतिनिधियों से भी किया, लेकिन उनको बिजली समस्या से निजात नहीं मिली है। हम समय से बिल का भुगतान करते हैं। इसके बाद भी जब हमको सब से अधिक बिजली की जरूरत होती है। बिजली नहीं मिलती। बारिश के कारण उमस से परेशानी होती है।

- निरंजन सिंह जर्जर तार परेशानी का कारण बना है। आए दिन तार टूटकर गिर रहे हैं। इसके कारण बारिश के दिनों में बिजली कटौती बनी रहती है। इससे क्षेत्र के लोगों को परेशानी हो रही है।

- शंकरलाल शिकायत के बाद भी बिजली की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। विभाग को जानकारी है। वह कहते भी हैं कि तार खराब है, लेकिन बदलते नहीं है। ऐसे में अब क्या किया जाए। समझ नहीं आता।

- सुरेंद्र सिंह नेताओं व अन्य लोगों को समस्या बताई गई, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला। उन्होंने अपने पास से दूसरे के पास पत्र भेज दिया। धरातल में क्या हुआ। यह देखने की किसी को फुरसत नहीं है।

- बड़े लाल

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