कन्या सुमंगला योजना में लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद भी नहीं भरे गए फार्म

सीएम की प्राथमिकता वाले कार्यक्रम कन्या सुमंगला योजना में भी जिले के अफसर लापरवाही बरत रहे हैं। यही वजह है कि डीएम की चेतावनी के बाद निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद भी फार्म नहीं भरे जा सके हैं। ग्रामीणों की मानें तो अब तक योजना का प्रचार प्रसार भी जिम्मेदारों की ओर से नहीं कराया गया है। यही वजह है कि हजारों बेटियां योजना से नहीं जुड़ सकी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 11:18 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 06:24 AM (IST)
कन्या सुमंगला योजना में लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद भी नहीं भरे गए फार्म
कन्या सुमंगला योजना में लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद भी नहीं भरे गए फार्म

जासं, कौशांबी : मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कार्यक्रम कन्या सुमंगला योजना में भी जिले के अफसर लापरवाही बरत रहे हैं। यही वजह है कि डीएम की चेतावनी के बाद निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद भी फार्म नहीं भरे जा सके हैं। ग्रामीणों की मानें तो अब तक योजना का प्रचार प्रसार भी जिम्मेदारों की ओर से नहीं कराया गया है। यही वजह है कि हजारों बेटियां योजना से नहीं जुड़ सकी हैं।

जन्म के बाद बेटियों के पोषण व पढ़ाई के लिए सरकार ने कन्या सुमंगल योजना लागू की है। इस योजना के तहत प्रथम चरण में 8500 लाभार्थियों के चयन की जिम्मेदारी डीएम ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास एवं पुष्टाहार समेत कई विभागाध्यक्षों को सौंपी गई है। एक माह बीत जाने के बाद 1600 आवेदन जमा कराए गए जो निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 20 फीसद से कम है। भाजपा सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिव को सौंपी लेकिन वह ध्यान नहीं दे रहे हैं। योजना के तहत लाभार्थियों के चयन से सबसे खराब स्थिति सिराथू व कड़ा विकास खंड की है। शासन की प्राथमिकता वाली योजना में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की है। शिक्षकों का कहना है कि नियम व शर्तों के हिसाब से आवेदन कराने में दिक्कत हो रही है। आवेदन पत्र के कॉलम पूरे नहीं हो पा रहे हैं। अब कितना मिलेगी राशि

जिला प्रोबेशन अधिकारी आरएन राम ने बताया कि कन्या सुमंगला योजना के तहत बालिका का जन्म होने के बाद रजिस्ट्रेशन कराते ही माता-पिता के खाते में सरकार दो हजार रुपये भेजेगी। बालिका के एक वर्ष पूरे होने एक हजार, कक्षा एक में प्रवेश लेने पर दो हजार, कक्षा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार, कक्षा नौ में तीन हजार व कक्षा-12 में पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। कुल 15 हजार की राशि कन्याओं को दी जाएगी। तीन लाख वार्षिक आय वाले होंगे पात्र

ये होंगे पात्र कन्या सुमंगला योजना के तहत राशनकार्ड, वोटरकार्ड व ड्राइविग लाइसेंस होने पर लोग पात्र माने जाएंगे। तीन लाख से कम वार्षिक आय वाले लोग पात्र होंगे। योजना के तहत जिनके दो बच्चे यानि एक बेटा-बेटी अथवा दो बेटियां होने पर ही इस योजना में उनका चयन होगा। जनपद के 8500 बेटियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ देने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लाभार्थियों के चयन में कुछ अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी गई है।

मनीष कुमार वर्मा, डीएम कौशांबी।

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