छूने मात्र से रोग दूर होने का दावा जांच की जद में

कौशांबी सरायअकिल के बेरुई गांव में छूने मात्र से रोग दूर होने का दावा जांच की जद में आ गय

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 11:47 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 11:47 PM (IST)
छूने मात्र से रोग दूर होने का दावा जांच की जद में
छूने मात्र से रोग दूर होने का दावा जांच की जद में

कौशांबी : सरायअकिल के बेरुई गांव में छूने मात्र से रोग दूर होने का दावा जांच की जद में आ गया है। लोगों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने जांच का निर्देश दिया था। क्षेत्राधिकारी ने जांच की। अपनी रिपोर्ट में उन्होने कहा है कि गोलू बाबा ट्रस्ट के माध्यम से संचालित आयोजन, अंधविश्वास मात्र है, इससे अधिक कुछ नहीं। रिपोर्ट अब डीएम को मिल चुकी है। कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।

बेरुई गांव निवासी राजू के छह वर्षीय पुत्र गोलू को लेकर दावा है कि उसके छूने मात्र से रोग ठीक हो जाता है। लगभग साल भर पहले तक वहां हजारों लोगों की भीड़ जुटती थी। कौशांबी ही नहीं आसपास के करीब एक दर्जन से अधिक जिलों के अलावा कई प्रांत से लोग आने लगे थे। कोरोना संक्रमण के दौरान प्रशासन ने इसे बंद करा दिया है। शासन स्तर तक शिकायत हुई तो डीएम ने जांच का निर्देश दिया। सीओ चायल श्यामकांत ने जांच की। इससे पहले उनके पूर्ववर्ती केजी सिंह ने जांच की थी। मौजूदा सीओ ने रिपोर्ट एसपी को दी। एसपी ने जांच रिपोर्ट सीडीओ के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजी है। पूर्व सीओ चायल केजी सिंह का निष्कर्ष यह है कि अंधविश्वास के नाम पर पैसा वसूलने की बात प्रकाश में आई है। झाड़ फूंक से रोग ठीक होने की बात प्रथम दृष्टया अवैज्ञानिक व अप्रमाणित है। गोलू बाबा के परिवार के लोगों द्वारा कतिपय ग्रामीणों पर लगाया गया आरोप पेशबंदी मात्र है। प्रकरण की विवेचना पूरामुफ्ती व सरायअकिल के प्रभारी निरीक्षकों को अलग-अलग करने का निर्देश दिया गया है।

परिवार व ट्रस्ट पर दर्ज है मुकदमा

सरायअकिल पुलिस ने 14 सितंबर 2019 को एक शिकायत पर गोलू के पिता राजू और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था। ट्रस्ट संचालकों ने 16 नवंबर 2019 को दी गई नोटिस का भी जवाब नहीं दिया।

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