होम आइसोलेट कोविड मरीजों का करें हौसला अफजाई

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से लोग भयभीत हो रहे है। जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सक अधिकतर मरीजों को होम आइसोलेट करा रहे हैं। मूरतगंज पीएचसी प्रभारी डॉ. सुनील सिंह का कहना है कि यदि कोरोना संक्रमित मरीज गंभीर नहीं है तो घर में आइसोलेट कर ठीक किया जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:52 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:52 PM (IST)
होम आइसोलेट कोविड मरीजों का करें हौसला अफजाई
होम आइसोलेट कोविड मरीजों का करें हौसला अफजाई

जासं, कौशांबी : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से लोग भयभीत हो रहे है। जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सक अधिकतर मरीजों को होम आइसोलेट करा रहे हैं। मूरतगंज पीएचसी प्रभारी डॉ. सुनील सिंह का कहना है कि यदि कोरोना संक्रमित मरीज गंभीर नहीं है तो घर में आइसोलेट कर ठीक किया जा सकता है। कहा कि संक्रमित व्यक्ति को दवा से अधिक हौसला बढ़ाने की जरूरत होती है। देख रेख में बड़ी ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कहा कि मरीज की देखरेख के लिए परिवार से ऐसे एक व्यक्ति को रखना चाहिए जिसकी उम्र 60 वर्ष से कम हो। दोनों को हमेशा मास्क लगाए रखना चाहिए। कोविड-19 की गाइड लाइन के मुताबिक दो गज की शारीरिक दूरी का हमेशा ख्याल रखना चाहिए। हर दो घंटे के अंतराल में हाथों को सैनिटाइज करते रहना चाहिए। दैनिक प्रयोग की चीजों को अलग रखना चाहिए। समय- समय पर दवा देना चाहिए। इसकी बाद भी यदि किसी तरह की समस्या दिखे तो कोविड अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। वैसे कोविड मरीज की सही तरीके से देखरेख की जाए तो 99 प्रतिशत मरीज ठीक हो सकते है। कोरोना संक्रमित की कैसी हो दिनचर्या

कोरोना संक्रमित मरीज को हमेशा संयमित रहना चाहिए। सुबह उठकर प्रतिदिन योगा और व्यायाम करना चाहिए। यदि मरीज को पहले से गुर्दा, किडनी व हार्ट को पहले से कोई परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह से ही योग और व्यायाम की शुरुआत करनी चाहिए। आठ से दस घंटे आराम कराना जरूरी है। संक्रमित व्यक्ति को परिवार के सदस्यों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।

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