खेलकूद और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले को बनाएंगे प्रधान

पंचायत चुनाव को लेकर उम्मीदवार अपना जोर आजमा रहे हैं। वहीं गांव के बड़े बुजुर्ग और राजनीति से जुड़े लोग अपने पसंद के उम्मीदवार को गांव की जिम्मेदारी सौंपने का मन बना रहे हैं। पहली बार प्रजातंत्र में भागीदारी का मौका मिले युवाओं ने भी खेल और शिक्षा की ओर ले जाने वाले उम्मीदवार को प्रधान बनाने का मन बनाया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 10:22 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 10:22 PM (IST)
खेलकूद और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले को बनाएंगे प्रधान
खेलकूद और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले को बनाएंगे प्रधान

कसेंदा : पंचायत चुनाव को लेकर उम्मीदवार अपना जोर आजमा रहे हैं। वहीं गांव के बड़े बुजुर्ग और राजनीति से जुड़े लोग अपने पसंद के उम्मीदवार को गांव की जिम्मेदारी सौंपने का मन बना रहे हैं। पहली बार प्रजातंत्र में भागीदारी का मौका मिले युवाओं ने भी खेल और शिक्षा की ओर ले जाने वाले उम्मीदवार को प्रधान बनाने का मन बनाया है।

ग्रामीण क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सियासत गर्म है। दावेदार जोरों पर अपना प्रचार प्रसार करने में जुटे हैं। दीवारों पर पोस्टर लगाने का काम तो चल ही रहा है। इसके अलावा छोटे पंपलेट को हाथों में थाम कर दावेदार लोगों को वोट की गुहार लगा रहे हैं। इसमें ग्रामीणों ने भी अपनी सूझ-बूझ से प्रधान चुनने का मन बना रखा है। इसके लिए बड़े बुजुर्ग और राजनीतिक तबके के लोग गांव का विकास और प्रगतिशील बनाने वाले को गांव की बागडोर सौंपने की योजना बना रहे हैं। वहीं पहली बार प्रजा तंत्र में भागीदारी कर रहे युवा वर्ग गांव की तरक्की के साथ खेल और शिक्षा की ओर ध्यान देते हुए युवा वर्ग को आगे ले जाने वाले प्रधान का चुनाव करना चाहते हैं। इसके लिए चायल क्षेत्र में जगह-जगह युवाओं की गुटबाजी देखने को मिल रही है। कसेंदा गांव के रोहित, दीपांशु, अनिल, रोहन, बिलासपुर के राजा, विजय, दिलीप ने कहा कि गांव की पांच सालों की प्रधानी नाली खड़ंजा, शौचालय, आवास में ही निकल जाती है। इसमें युवाओं के लिए खेल सामग्री, खेल मैदान, जिम व शिक्षा का कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। इस बार युवा वर्ग के लिए बेहतर कार्य करने वाले को ग्राम प्रधान चुनेंगे।

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बोले मतदाता..

पहली बार पंचायत चुनाव में वोटिग करने का मौका मिला है। हम ऐसे उम्मीदवार को अपना बहुमूल्य मत देकर विजयी बनाएंगे जो गांव को बेहतर विकास की ओर ले जाए।

- रोहित हर पांच वर्ष में ग्राम प्रधान का चुनाव किया जाता है। चुनाव के पहले सब बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। नई-नई योजनाओं की संत्वना देते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद बस अपनी झोली भरते हैं। इस बार हमें वादों पर खरा उतरने वाले युवाओं को वोट जाएगी।

- कामता आवास, शौचालय, रास्ते व हैंडपंप तक ही गांव का विकास सीमित रहता है। इसमें युवा वर्ग के लिए शिक्षा और खेलकूद के क्षेत्र में कोई कार्य नहीं किया जाता है। हम इस बार खेल और शिक्षा में कार्य करने वाले को ही युवा वोट देंगे।

- लकी

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