संपत्ति के लालच ने बना दिया पिता का कातिल

जिनके हाथ की अंगुली पकड़ कर चलना सीखा जिनकी परवरिश से बड़े होकर पैरों में खड़े हुए उसी पिता बैजनाथ को बेटों ने फादर्स डे पर गिफ्ट के बजाए उपहार में मौत दे डाली। कत्ल के दौरान पिजा की परवरिश भी याद नहीं आई। संपत्ति की लालच ने बेटों को ही उनका कातिल बना दिया। बेटों के इस खूंखार चेहरों को देखकर हर कोई यही कहना रहा ऐसे बेटों से बिना औलाद के ही अच्छे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:57 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:57 PM (IST)
संपत्ति के लालच ने बना दिया  पिता का कातिल
संपत्ति के लालच ने बना दिया पिता का कातिल

जागरण संवाददाता, कौशांबी : जिनके हाथ की अंगुली पकड़ कर चलना सीखा, जिनकी परवरिश से बड़े होकर पैरों में खड़े हुए, उसी पिता बैजनाथ को बेटों ने फादर्स डे पर गिफ्ट के बजाए उपहार में मौत दे डाली। कत्ल के दौरान पिजा की परवरिश भी याद नहीं आई। संपत्ति की लालच ने बेटों को ही उनका कातिल बना दिया। बेटों के इस खूंखार चेहरों को देखकर हर कोई यही कहना रहा ऐसे बेटों से बिना औलाद के ही अच्छे।

20 जून को पूरा विश्व फादर्स डे के रूप में मनाता है। पिता की लंबी उम्र और उनकी खुशहाल जिदगी की दुआएं करते हुए तमाम बेटे उन्हें तरह-तरह के गिफ्ट देते हैं। लेकिन मंझनपुर में हुई रिटायर्ड रेलवे कर्मी की हत्या ने इस दिन को बेटे वीरेंद्र व सुरेंद्र ने खुद के ही नजरों में कलंकित कर दिया। गांधीनगर निवासी बैजनाथ जनवरी माह में रिटायर हुए थे। लाखों रुपये फंड के तौर पर मिले थे। पूरी जिदगी नौकरी कर बैजनाथ ने अपने बेटों की परवरिश की। सिर्फ एक बेटी पूजा व नरेंद्र की शादी ही बाकी रही। पति की हत्या के बाद पती देवी सिर्फ यही कहती रहीं कि बहन की शादी का भी इंतजार बेटे नहीं कर सके। बैजनाथ ने खुद ही कह रखा था कि जुलाई में पूजा की शादी निपटने के बाद वह रुपये व संपत्ति का बंटवारा कर देंगे। पत्नी अपनी छाती पीटकर सिर्फ यही कह रही थी कि ऐसी औलादों से बे औलाद ही भला है, अपनी बहन की शादी तक भी सब्र न कर सके। पहले भी कर चुके हत्या का प्रयास

बेटों ने पहले भी पिता की हत्या का प्रयास किया था। नरेंद्र ने बताया कि रिटायरमेंट के कुछ दिनों बाद से ही भाई वीरेंद्र व सुरेंद्र बंटवारे को लेकर अक्सर झगड़ते थे। पिता ने इन्कार किया तो हत्या की प्लानिग कर ली। दो माह पहले भी चार पहिया गाड़ी से कुचलने का प्रयास किया था। पुलिस ने कोतवाली में समझाकर वापस भेज दिया। उन्हें पता था कि पिता हर दिन चारा लेने के लिए सुबह खेत जाते हैं। ऐसे में चाचा छोटेलाल की भी भूमिका संदिग्ध रही। मारपीट के दौरान पहले छोटेलाल ने ही ललकारा था। इसके बाद वीरेंद्र व सुरेंद्र घसीटते हुए पिता को कमरे में ले गए थे। संपत्ति के लिए भाई की हत्या कर शव जलाया

जासं, कौशांबी : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के कादिराबाद में संपत्ति के लिए भाई की हत्या कर शव जला दिया। मृत युवक के भाई ने तहरीर देकर एक रिश्तेदार पर हत्या कर पेट्रोल डालकर शव को जलाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने पूरे मामले की जांच करते हुए आरोपित रिश्तेदार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

कादिराबाद निवासी कुलदीप पुत्र फूलचंद्र ने बताया कि बड़ा भाई मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता था। यहां जब भी घर आता था तो सरायअकिल थाना क्षेत्र में रहने वाले मौसिया के घर ही रहता था। कुछ दिनों पहले प्रदीप ने मौसिया के साथ मिलकर साझे में एक जमीन सरायअकिल में ही ली थी। जिससे मौसिया ने साजिश करते हुए अपने नाम दर्ज करा ली। उन्होंने प्रदीप से पांच लाख रुपये भी ले लिए। प्रदीप के रुपये व जमीन मांगने पर नाराज रहने लगे। उनकी नजर ननिहाल की जमीन पर भी थी। ऐसे में उन्होंने अपने बेटों के साथ मिलकर प्रदीप की हत्या कर दी और शव को पेट्रोल डालकर जला दिया।

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