कोरोना कर्फ्यू में महंगी हुई खाद्य सामग्री, ढीली हो रही जेब
कौशांबी कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू ि
कौशांबी : कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया है। इससे दुकानें बंद रहती हैं, बंदी की आड़ में थोक व्यापारियों की चांदी कट रही है। आम आदमी के प्रयोग में हर दिन आने वाले सामान को महंगा कर दिया गया है। सरसों का तेल, अरहर, मटर, मसूर व मिर्च मसाले में सवा गुना से अधिक रेट बढ़ा दिया गया है। बीड़ी, तंबाकू मसाला गुटखा आदि के सामानों में इजाफा किया गया है।
सरकार ने 17 मई तक दुकानें व आवागमन बंद रखने का निर्देश दिया है। इसके बाद भी जिला मुख्यालय मंझनपुर, भरवारी, करारी, मूरतगंज, देवीगंज, पश्चिमशरीरा, मनौरी सरायअकिल तिल्हापुर, सिराथू समेत कई स्थानों पर फल सब्जी, किराना, सीमेंट, सरिया, रेडीमेड, कपड़े उर्वरक व बीज की दुकानें चोरी छुपे खोली जा रहीं हैं। कुछ दुकानदार आधा शटर गिरा का सामग्री बेच रहे हैं। लोगों का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू में सामग्री बाहर से न आने का बहाना कर दुकानदार खाद्य सामग्री व कपड़े का दाम बढ़ा दिए है। ऐसे में ग्राहकों की जेब ढीली हो रही हैं और कारोबारी मालामाल हो रहे हैं। अफसर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यदि अधिक दाम पर सामग्री बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो तो शायद कालाबाजारी का खेल खत्म हो। जिले की किसी बाजार में कोरोना कर्फ्यू का असर नहीं दिख रहा है। बाजारों में लोगों की भीड़ नजर आ रही है। यदि हाल रहा तो कोरोना वायरस पर काबू पाना मुश्किल होगा। खाद्य सामग्री का रेट
सामग्री पहले का रेट अब
- अरहर की दाल 90 रुपये 110
- सरसों का तेल 130 170
- चना 60 70
- गुड़ 35 45
- रिफाइंड 220 240
- सोयाबीन 70 110
- डालडा 125 140
- चीनी 38 40