जर्जर तार व टूटे खंभे के सहारे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति
उदहिन विद्युत सब स्टेशन घटमापुर क्षेत्र में जर्जर तार व टूटे खंभे के सहारे उपभोक्ताओं क
उदहिन : विद्युत सब स्टेशन घटमापुर क्षेत्र में जर्जर तार व टूटे खंभे के सहारे उपभोक्ताओं को बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। इसकी वजह से आए दिन फाल्ट की समस्या बनी रहती है। नलकूपों का फीडर अलग होने के बाद भी घरेलू लाइन से दर्जनों नलकूप को कनेक्शन दिया गया है। इससे क्षेत्र में लो वोल्टेज की भी समस्या बनी रहती है।
घटमापुर विद्युत उपकेंद्र के सात फीडरों से 80 गांवों में बिजली की आपूर्ति होती है। इसमें दो फीडर नलकूप के हैं। नारा, बंबूपुर, घटमापुर, अनेठा,अफजलपुरवारी आदि पांच घरेलू फीडर हैं। लोगों का कहना है कि घरेलू फीडरों की लाइन के तार जर्जर व ढीली होकर जगह-जगह लटक रहे हैं। कई खंभे क्षतिग्रस्त होकर झुक गए हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं, जर्जर तारों से आए दिन आगजनी जैसी घटनाएं होती रहती है। नलकूप का फीडर अलग होने के बाद भी घरेलू लाइन से दर्जनों नलकूप चल रहे हैं। इससे लाइन में ओवरलोड रहता है। उपभोक्ता को कम वोल्टेज की बिजली आपूर्ति मिल रही है।
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क्या कहते हैं लोग
गांव में खींचे गए तार काफी जर्जर हो चुके हैं। नतीजतन ढीले होकर लटक रहे हैं। इससे क्षेत्र में आगजनी जैसी घटनाएं होती रहती है। मेन लाइन के खंभे क्षतिग्रस्त हो कर झुक गये हैं। ऐसे में बड़े खतरे का अंदेशा बना रहता है।
- दिलीप सिंह पटेल। नलकूपों का फीडर अलग होने के बाद भी घरेलू लाइन से दर्जनों नलकूप चल रहे हैं। इसकी वजह से ओवरलोड होने के चलते ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को कम वोल्टेज की विद्युत आपूर्ति मिल पाती है।
- गगन तिवारी। क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति लाइन पूरी तरीके से जर्जर हो चुकी है। आंधी व हवा का झोंका लगने से टूट कर गिर जाते हैं, जिसकी वजह से क्षेत्र में दुर्घटना का खतरा बना रहता है। वहीं हर दिन शार्ट-सर्किट होने की वजह से उपभोक्ताओं को रोस्टर के मुताबिक विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पाती है।
- रमेश सिंह।