नारा में दो दशक से मनाया जा रहा है दुर्गापूजा महोत्सव

विकास खंड सिराथू के नारा बाजार में पिछले दो दशक से दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा है। गांव की नवयुवक कमेटी की ओर से भव्य पंडाल सजाकर मां भगवती की मूर्ति स्थापित की गई है। संध्या कालीन आरती भक्ती पूर्ण माहौल में संपन्न होती है। पंडाल को सुंदर तरीके से सजाया गया है। जिसकी शोभा देखते ही बनती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Sep 2019 11:50 PM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 06:24 AM (IST)
नारा में दो दशक से मनाया जा रहा है दुर्गापूजा महोत्सव
नारा में दो दशक से मनाया जा रहा है दुर्गापूजा महोत्सव

संसू, नारा : विकास खंड सिराथू के नारा बाजार में पिछले दो दशक से दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा है। गांव की नवयुवक कमेटी की ओर से भव्य पंडाल सजाकर मां भगवती की मूर्ति स्थापित की गई है। संध्या कालीन आरती भक्ती पूर्ण माहौल में संपन्न होती है। पंडाल को सुंदर तरीके से सजाया गया है। जिसकी शोभा देखते ही बनती है।

नारा गांव में इसके अलावा पांच अन्य जगहों में दुर्गा पूजा के लिए पंडाल सजाए गए है। पंडालों में नौ दिनों तक लगातार भजन कीर्तन आरती संध्या का कार्यक्रम चलता रहेगा। वही मां के जयकारे लगाए जाते हैं। जिनकी वजह से पूरा इलाका नवरात्र के दिनों में गुंजायमान रहता है गांव की उमाशंकर मोदनवाल बताते हैं कि नारा बाजार में दुर्गा पूजा का महत्व दो दशक से लगातार भव्यता के साथ मनाया जाता है इस दौरान गांव के अलावा आसपास गांव के लोग संध्या आरती में पहुंचते हैं दुर्गा पूजन के दौरान युवाओं में काफी उत्साह रहता है और लोग बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी लेते हैं। जिसमे भाई चारा व आपसी सौहार्द देखने को मिलता है। संध्या कालीन आरती भव्यता के साथ होती है। भक्तों की टोली काफी संख्या में मां के दरबार में पहुंचकर शीश नवाती है। आरती के बाद भजन कीर्तन का कार्यक्रम देर रात तक चलता है।

नीरज मोदनवाल दुर्गा पूजा महोत्सव का कार्यक्रम वैसे तो पूरे गांव में मनाया जाता है, लेकिन बाजार में स्थापित मां भगवती के पंडाल बाहरी कारीगरों द्वारा सजाया गया है, जिसकी शोभा देखते ही बनती है।

लालू पूरे नौ दिनों तक नवरात्र महोत्सव में युवाओं का जोश देखने को मिलता है। बस चल कर हिस्सेदारी कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन युवा वर्ग के लोग करते हैं। हर साल अच्छे से संपन्न होता है

अरुण कुमार सुबह के वक्त आरती के बाद पूजा पाठ चलता है। शाम के समय भजन कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रम चलता है। नारा गांव के अलावा आस-पास के गांव के लोग पूजन कार्यक्रम में शामिल होते है।

ओम प्रकाश सोनकर

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