बस्ती में डंप की गई बारूद, कही खुशियों में न लगाए ग्रहण

दीपावली का पर्व जनपद में करोड़ों के पटाखे की बिक्री होती है। पर्व नजदीक आते ही जिले के आतिशबाज पटाखा बनाने के लिए बड़े पैमाने पर बारूद एकत्रित कर लिए हैं। नगर पंचायतों व प्रमुख बाजारों में अवैध तरीके से पटाखे बनाने का कार्य शुरू कर दिए है। इस अवैध कारोबार को लेकर यदि ध्यान ने दिया गया तो पहले की तरह हादसा हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:28 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:28 PM (IST)
बस्ती में डंप की गई बारूद, कही खुशियों में न लगाए ग्रहण
बस्ती में डंप की गई बारूद, कही खुशियों में न लगाए ग्रहण

कौशांबी। दीपावली का पर्व जनपद में करोड़ों के पटाखे की बिक्री होती है। पर्व नजदीक आते ही जिले के आतिशबाज पटाखा बनाने के लिए बड़े पैमाने पर बारूद एकत्रित कर लिए हैं। नगर पंचायतों व प्रमुख बाजारों में अवैध तरीके से पटाखे बनाने का कार्य शुरू कर दिए है। इस अवैध कारोबार को लेकर यदि ध्यान ने दिया गया तो पहले की तरह हादसा हो सकता है।

दीपावली पर्व पर आतिशबाजी से जुड़े कारोबारी हजारों रुपये के पटाखे की बिक्री करते हैं। जनपद में कई लोग बगैर लाइसेंस के ही इस कारोबार को कर रहे हैं। शासनादेश के दर किनारे करते हुए सिराथू, भरवारी, मूरतगंज, दारानगर, सराय अकिल, चायल, मूरतगंज, पश्चिम शरीरा, करारी, अजुहा आदि स्थानों में अवैध तरीके से पटाखा बनाने कार्य हो रहा है। यही नहीं बस्ती के बीच लाखों का पटाखा डंप किया गया है, जिसकी वजह से लोगों में दहशत है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी व अग्निशमन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। रामू पाल का कहना है कि दीपावली का पर्व पर लाखों के पटाखे की बिक्री होती है। पर्व नजदीक आ गया है। आतिशबाज पटाखा बनाने के लिए बड़े पैमाने पर बारूद एकत्रित कर लिए हैं, लेकिन उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। रवि पटेल ने बताया कि मूरतगंज बाजार में चार वर्ष पूर्व पटाखे में आग लगने से विस्फोट हुआ था, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद भी कारोबारी लापरवाही बरत रहे हैं। अभिषेक कहते हैं कि नगर पंचायतों व प्रमुख बाजारों में अवैध तरीके से पटाखे बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस अवैध कारोबार को लेकर यदि ध्यान ने दिया गया तो पहले की तरह हादसा हो सकता है। शैलेंद्र गुप्ता का कहना है कि शासनादेश में स्पष्ट किया गया है कि आबादी के बीच बने घरों में पटाखे की बिक्री व बनाने का लाइसेंस न जारी किया जाए, इसके बाद भी कई लोगों को लाइसेंस जारी किया गया है।

इस बारे में एसपी राधेश्याम का कहना है कि दीपावली पर्व के मद्देनजर आतिशबाजी से जुड़े कारोबारियों पर विशेष नजर रखने के निर्देश जिला अग्निशमन अधिकारी व थानाध्यक्षों को दिया गया है। यदि बस्ती के बीच कही पटाखे बनाने कार्य चल रहा है तो जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लाइसेंस जारी करने में अनियमितता

पटाखा बेचने का लाइसेंस देने में भी पूर्व में अनियमितता की गई है। शासनादेश में स्पष्ट किया गया है कि आबादी के बीच बने घरों में पटाखे की बिक्री व बनाने का लाइसेंस दिया गया है। दारानगर, भरवारी, मंझनपुर, करारी मूरतगंज, सराय अकिल, चायल, कड़ा, अजुहा, अलीपुर, पश्चिम शरीरा में पटाखे की बिक्री के लिए लाइसेंस जारी किया गया है और वह इन दिनों पटाखे का डंप भी किए हैं। पहले भी हो चुका है विस्फोट

नगर पालिका परिषद भरवारी निवासी हैदर अली पुत्र सफी अहमद स्थानीय पुलिस चौकी से करीब 50 मीटर की दूरी पर अपने घर में ही घनी आबादी के बीच पटाखे कारखाना चला रहा थे। चार मई 2020 में हुए हादसे में कस्बे की गीता (18) पुत्री रामलाल, राधिका (25) पत्नी रामकुमार व पुष्पा (15) पुत्री राजकुमार की मौत हो चुकी है।

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