पशुपालकों के सामने दोहरी मुसीबत, राशन मंहगा, दूध सस्ता

कौशांबी बंदी के चलते पूरे जिले में दिनों दिन दूध की कीमत में गिरावट हो रही है। जिससे

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 09:42 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 09:42 PM (IST)
पशुपालकों के सामने दोहरी मुसीबत, राशन मंहगा, दूध सस्ता
पशुपालकों के सामने दोहरी मुसीबत, राशन मंहगा, दूध सस्ता

कौशांबी : बंदी के चलते पूरे जिले में दिनों दिन दूध की कीमत में गिरावट हो रही है। जिससे पशुपालकों को भारी नुकसान हो रहा है। 40 से 50 रुपये लीटर बिकने वाला दूध इन दिनों महज 30 से 35 रुपये लीटर पर डेयरी संचालक खरीद रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उन्हें बाजार में चोकर व पशु आहार दुकानदार महंगे दर पर दे रहे है। जिससे पशु पालकों को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।

बंदी पशुपालकों के लिए मुसीबत भरी साबित हो रही है। उनकी मवेशियों के पालन की लागत में वृद्धि जरूरी हो गई है, लेकिन दूध की कीमत में वृद्धि के स्थान पर कमी आ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न कंपनियों ने अपनी-अपनी डेरी खोल रखी हैं। इन डेयरियों में किसान अपने मवेशियों का दूध बिक्री करते थे। इटैला के रमेश ने बताया कि प्रतिदिन चार मिठाई की दुकानों पर 200 लीटर दूध बेचते थे, अब बमुश्किल 20 लीटर दूध बिक पा रहा है। वह भी पहले से 40 फीसद कम कीमत पर, जिससे लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है। डेयरी संचालक प्रमोद कुमार ने बताया कि होटल, रेस्टोरेंट, हॉस्टल सब बंद है। इसलिए गांव में घूम-घूमकर औने-पौने दाम पर दूध बेच रहे हैं। किराना दुकानदार शैलेश कुमार के मुताबिक आम दिनों में दिन भर में 2.5 क्विंटल पैक दूध बिक जाता था, अब आधा क्विटल भी दूध नहीं बिक पाता है सुबह नौ बजे के बाद दुकान में तो ग्राहक आते ही नहीं हैं। दूध की बिक्री न होने से पशुपालकों के साथ ही डेयरी संचालकों की परेशानी बढ़ गई है।

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