भक्तों ने निकाली कलश यात्रा, आज से शुरू होगी श्रीमद् भागवत कथा

नगर पालिका भरवारी के नया बाजार सिघिया में श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। सिघिया निवासी गुलाब चंद्र व हर्ष केसरवानी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में कथावाचक अतुल जी महराज की उपस्थिति में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल होकर डीजे के साथ कलश यात्रा निकाली। यह कलश यात्रा सिघिया से शुरू होकर करारी रोड होते हुए पुन सिघिया वापस आई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 10:32 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 10:32 PM (IST)
भक्तों ने निकाली कलश यात्रा, आज से शुरू होगी श्रीमद् भागवत कथा
भक्तों ने निकाली कलश यात्रा, आज से शुरू होगी श्रीमद् भागवत कथा

संसू, भरवारी : नगर पालिका भरवारी के नया बाजार सिघिया में श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। सिघिया निवासी गुलाब चंद्र व हर्ष केसरवानी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में कथावाचक अतुल जी महराज की उपस्थिति में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल होकर डीजे के साथ कलश यात्रा निकाली। यह कलश यात्रा सिघिया से शुरू होकर करारी रोड होते हुए पुन: सिघिया वापस आई।

यात्रा में महिलाएं व पुरुष कलश युक्त घड़ा सिर पर रखकर साथ में चल रहे डीजे बाजे की भक्ति गीतों पर नाचते गाते चल रहे थे। श्रृंगवेरपुर, प्रयागराज से आये कथावाचक अतुल जी महाराज के अनुसार सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा 4 दिसंबर से प्रारम्भ होकर 10 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक कथावाचन होगा। 11 दिसंबर को हवन के साथ समापन होगा।

कथा वाचक ने बताया कि कलश रिद्धि-सिद्धि का प्रतीक है। इसका हिदू धर्म में विशेष महत्व है। कहा कि कलश हमारे जीवन के हर क्षण में काम आता है। जन्म के समय भी कलश स्थापना की जाती है और मरने के समय भी शरीर के साथ कलश विसर्जित किया जाता है। बताया कि कलश पर नारियल रखा जाता है, जो इस बात की शिक्षा देता है कि परिवार के मुखिया को ऊपर से सख्त और अंदर से मुलायम होना चाहिए। इससे जीवन की गाड़ी बेहतर चलती है। कलश के ऊपर रखी जाने वाली माला संदेश देती है कि जिस तरह फूल महकता है। उसी प्रकार मनुष्य का जीवन भी दूसरों को सुगंध देने वाला होना चाहिए। कलश यात्रा में मोहन लाल, माधुरी देवी, राम लखन, शिव लखन, संदीप केसरवानी, गायत्री, मीनू, रिकी, अंकुर, हर्ष केसरवानी व प्रियंका आदि मौजूद रहे।

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