विकास के नाम में करोड़ों खर्च, फिर भी सुविधाओं का टोटा, कस्बा के कई वार्डो के रास्ते कच्चे, आने-जाने में परेशानी

चायल कस्बा के वार्ड एक डीहा घूरी मोहल्ला के विकास के लिए अब तक क लाखों रुपये जरूर खर्च किया गया है लेकिन यहां रहने वाले लोगों के मुताबिक उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। पेयजल संकट व कची सड़कों से होकर गुजरना उनका नसीब हो चुका है। अधूरे शौचालय कस्बे में बही विकास की गंगा की सचाई बता रहे हैं। रविवार की सुबह करीब 12 बजे दैनिक जागरण की टीम डीहा घूरी मोहल्ले के प्राथमिक विद्यालय के पास पहुंची तो लोगों ने अपनी समस्याओं को बताना।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 11:36 PM (IST)
विकास के नाम में करोड़ों खर्च, फिर भी सुविधाओं का टोटा, कस्बा के कई वार्डो के रास्ते कच्चे, आने-जाने में परेशानी
विकास के नाम में करोड़ों खर्च, फिर भी सुविधाओं का टोटा, कस्बा के कई वार्डो के रास्ते कच्चे, आने-जाने में परेशानी

कौशांबी। चायल कस्बा के वार्ड एक डीहा घूरी मोहल्ला के विकास के लिए अब तक क लाखों रुपये जरूर खर्च किया गया है, लेकिन यहां रहने वाले लोगों के मुताबिक उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। पेयजल संकट व कच्ची सड़कों से होकर गुजरना उनका नसीब हो चुका है। अधूरे शौचालय कस्बे में बही विकास की गंगा की सच्चाई बता रहे हैं। रविवार की सुबह करीब 12 बजे दैनिक जागरण की टीम डीहा घूरी मोहल्ले के प्राथमिक विद्यालय के पास पहुंची तो लोगों ने अपनी समस्याओं को बताना।

चायल कस्बे के चायल कस्बा के वार्ड एक डीहा घूरी मोहल्ले के लोग मूलभूत सुविधा को लेकर जूझ रहे हैं। दोपहर 12 बजे साप्ताहिक कार्यक्रम जागरण आपके के दौरान जागरण टीम यहां पहुंची। यहां मौजूद बीरेंद्र, राम प्रसाद, धनीलाल, जयसिंह, गुरू आदि ने बताया कि कस्बा के पूरब दिशा में बसे लोगों को आवागमन करने के लिए रास्ता सबसे बड़ी समस्या है। कस्बा के आधे से ज्यादा रास्ते कच्चे हैं। और रास्तों पर कीचड़ व बारिश का पानी जमा हुआ है। इसमें बीरेंद्र के घर से कस्बा की धार्मिक स्थल तक, राम प्रसाद के घर से धनी लाल के मकान तक व प्राथमिक विद्यालय के मुख्य मार्ग समेत अन्य स्थानों पर कीचड़ फैला हुआ है। पांच साल पहले बिछी पाइपलाइन से मोहल्ले में पानी नहीं पहुंचता है। अभी दो साल पहले बिछी नई पाइपलाइन भी आधी अधूरी है। जिससे लोगों को पानी की किल्लतों से जूझना पड़ता है। दो हजार से अधिक आबादी वाले मोहल्ले में दो हैंडपंप पानी दे रहा है। जो तालाब के किनारे लगा हुआ है। और काफी समय तक चलाने पर दूषित पानी देता है। जिससे लोगों में बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत दिए गए गरीबों को निश्शुल्क शौचालय मिला है। जो आधा अधूरा है। जो बना था वह भी बदहाल हो चुके हैं। गांव में लगी दर्जन भर लाइट व सोलर लाइट शो पीस बने हुए हैं। जबकि मोहल्ले में अंधेरा छाया रहता है। कस्बा के लोगों ने इसकी शिकायत अधिशाषी अभियंता से किया था, लेकिन कस्बा के लोगों को इन समस्याओं से उबारा नहीं गया है। तालाब के पानी निकासी का नहीं इंतजाम

बारिश में प्राथमिक विद्यालय के पास का तालाब लबालब भर जाता है। ओवरफ्लो होने के बाद तालाब का पानी लोगों के घरों में घुसता है। कस्बा के मुख्य मार्ग समेत करीब आधा दर्जन रास्ते जलमग्न हो जाते हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। रास्ते पर जमे पानी से जहां मच्छरों की उत्पत्ति होने लगी है। वहीं बीमारी फैलने की अशंका भी बनी हुई है । कई वार्ड के रास्ते कच्चे, परेशानी

चायल कस्बा के डीहा घूरी गांव के लोगों के लिए रास्ता मुख्य समस्या बना हुआ है। कस्बा की केसपति, संगीता देवी, राधिका, रजिया देवी, गुलाबी देवी आदि महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए बताया कि डामर सड़क मार्ग के किनारे बसे लोगों को छोड़ कर सभी को रास्ते की समस्या है। प्राथमिक विद्यालय तक पहुंचने में बच्चों और शिक्षक स्टाप को मशक्कत झेलनी पड़ाती है। कीचड़ युक्त रास्ते पर आवागमन करने के लिए कस्बा के लोगों मजबूर हैं।

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