शौचालयों का निर्माण अधूरा, सफाई के नाम पर लाखों का भुगतान

गांव में पर्यावरण स्वच्छ रखने के लिए जिले की सभी ग्राम पंचायतों में पंचायतीराज विभाग की ओर से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराने व उनकी देखरेख के लिए ग्राम पंचायतों को करोड़ का भुगतान किया गया है। इसमें भी जिम्मेदारों ने खेल कर दिया। कई ग्राम पंचायतों में अभी शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हुआ और उनकी सफाई व देखरेख के नाम पर हजारों रुपये स्वयं सहायता समूहों को दे दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 10:27 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 10:27 PM (IST)
शौचालयों का निर्माण अधूरा, सफाई के नाम पर लाखों का भुगतान
शौचालयों का निर्माण अधूरा, सफाई के नाम पर लाखों का भुगतान

संसू, नारा : गांव में पर्यावरण स्वच्छ रखने के लिए जिले की सभी ग्राम पंचायतों में पंचायतीराज विभाग की ओर से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराने व उनकी देखरेख के लिए ग्राम पंचायतों को करोड़ का भुगतान किया गया है। इसमें भी जिम्मेदारों ने खेल कर दिया। कई ग्राम पंचायतों में अभी शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हुआ और उनकी सफाई व देखरेख के नाम पर हजारों रुपये स्वयं सहायता समूहों को दे दिया गया। इसका उदाहरण विकास खंड सिराथू में देखा जा सकता है। यदि पूरे मामले की जांच कराई जाए तो किए गए फर्जीवाड़ा का खुलासा हो सकता है।

सिराथू विकास खंड के 79 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनाने के लिए ग्राम निधि के खातों में तीन करोड़ अवमुक्त किया गया था। शौचालयों के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिवों को दी गई। प्रयोग के बाद शौचालय स्वच्छ रहे इसकी जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह को दी गई है। देखरेख व शौचालयों की सफाई के नाम पर विकास खंड क्षेत्र के 70 समूहों को नौ हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से छह माह की धनराशि का भुगतान सचिवों द्वारा कर दिया गया, जागरणटीम ने पड़ताल किया तो हकीकत कुछ और ही सामने आई। ग्राम पंचायत नारा, मानपुर गांव गौरा, जियापुर खनवारी समेत कई गांवों में शौचालय का निर्माण कार्य अधूरा है, लेकिन स्वयं सहायता समूह के खातों में रखरखाव व केयर टेकर मानदेय के लिए छह माह तक का 54 हजार रुपये भुगतान कर दिया गया। शौचालय अधूरे है और उनकी साफ-सफाई के नाम पर हजारों रुपये की हेराफेरी की गई है। इसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी डा. बाल गोविद श्रीवास्तव का कहना है जिन ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण अभी नहीं हुआ है वहां एडवांस भुगतान किया गया है। जिस माह से समूह काम करेंगे उसी माह से पैसा उन्हें दिया जाएगा।

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