जर्जर भवन के नीचे पढ़ाई कर रहे बलहेपुर परषदीय विद्यालय के बच्चे

संसू कसेंदा कौशांबी बीआरसी नेवादा प्राथमिक विद्यालय बलहेपुर के भवन समेत स्कूल की बाउंड्र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:17 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:17 PM (IST)
जर्जर भवन के नीचे पढ़ाई कर रहे बलहेपुर परषदीय विद्यालय के बच्चे
जर्जर भवन के नीचे पढ़ाई कर रहे बलहेपुर परषदीय विद्यालय के बच्चे

संसू, कसेंदा, कौशांबी : बीआरसी नेवादा प्राथमिक विद्यालय बलहेपुर के भवन समेत स्कूल की बाउंड्री वाल पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। छत के नीचे चार कमरों के भवन में पढ़ाई कर रहे बच्चों समेत कार्यालय भवन में बैठने वाले अध्यापकों को जान का खतरा बना रहता है। शिक्षकों के मुताबिक जर्जर भवन किसी भी समय गिर सकता है। बड़ी अनहोनी होने का भय बना रहता है। इतना ही नहीं बारिश में स्कूल परिसर में सिर छुपाने की जगह नहीं रहती है। स्कूल अभिलेखों को भी बचाना मुश्किल रहता है। शिकायत के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को बेहतर पढ़ाई के साथ ही बैठने के लिए बेंच, साफ और सुंदरता पूर्ण वातावरण व चित्रकलाओं से सुसज्जित स्कूल में गरीब बच्चे भी शिक्षा प्राप्त करें। इसके लिए परषदीय विद्यालय के सुंदरीकरण पर लाखों रुपये खर्च किया जा रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते स्कूलों को साफ सुथरा व सुंदर रख पाना मुश्किल है। यहां तक की अभी कई स्कूलों में बच्चों को जान जोखिम में डाल पढ़ाई करना पड़ा है। अध्यापकों को भी जान का भय रहता है। बीआरसी नेवादा का बलहेपुर प्राथमिक विद्यालय में अपनी जिदगी दांव पर लगाकर बच्चे शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर हैं। वहीं शिक्षक भी अपने और बच्चों के साथ अनहोनी की आशंका जाहिर करते हुए पाठ पाठन करवा रहे हैं। प्रधानाध्यपक सुखलाल सिंह ने बताया कि बारिश में स्कूल परिसर में सिर छुपाने की जगह नहीं रहती है। साथ स्कूल के रजिस्टर व अन्य अभिलेखों को बरसात की बूंदों से बचाना मुश्किल होता है । विद्यालय में बने चार कमरों में करीब 100 बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जाता है। भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। स्कूल के चारों ओर बनी बाउंड्री वाल पूरी तरह से जर्जर हो गई है। इसकी शिकायत शिक्षकों ने ग्राम प्रधान व सचिव के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी से की है, लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ। आपरेशन कायाकल्प भी यहां सफल होता नहीं दिख रहा।

बीएसए ने मांगी कायाकल्प की जानकारी : जिले के हर विद्यालय को कायाकल्प योजना से सुंदर बनाना है। इसके लिए शासन स्तर पर ग्राम पंचायत को धन भेजा गया है। साथ ही इस बात का भी निर्देश है कि ग्राम पंचायत विद्यालय की अव्यवस्था की जिम्मेदार है। इसके बाद भी स्कूलों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से विद्यालय से जुड़ी जानकारी मांगी है। उन्होंने बताया कि विद्यालय में हुए कायाकल्प योजना के कार्य समेत अन्य प्रकार के निर्माण आदि की जानकारी सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को देना है।

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