जिलास्तरीय अधिकारियों की रिपोर्ट पर मिलेगा मुख्यमंत्री आवास

दैवीय आपदा से पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाता है। योजना का लाभ पात्रों तक पहुंचे इसके लिए सचिव व लेखपाल की रिपोर्ट महत्वपूर्ण मानी जाती थी लेकिन इस योजना में गड़बड़ी न होने पाए इसके लिए सीडीओ ने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। अधिकारियों का एक पैनल बनाकर उनको गांव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारी अपने स्तर पर जांच कर आवास के लिए पात्र-अपात्र की रिपोर्ट देंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर पात्रों को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 10:28 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 10:28 PM (IST)
जिलास्तरीय अधिकारियों की रिपोर्ट पर मिलेगा मुख्यमंत्री आवास
जिलास्तरीय अधिकारियों की रिपोर्ट पर मिलेगा मुख्यमंत्री आवास

जासं, कौशांबी : दैवीय आपदा से पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाता है। योजना का लाभ पात्रों तक पहुंचे इसके लिए सचिव व लेखपाल की रिपोर्ट महत्वपूर्ण मानी जाती थी, लेकिन इस योजना में गड़बड़ी न होने पाए इसके लिए सीडीओ ने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। अधिकारियों का एक पैनल बनाकर उनको गांव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारी अपने स्तर पर जांच कर आवास के लिए पात्र-अपात्र की रिपोर्ट देंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर पात्रों को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।

जिले में अधिक वर्षा, (आकाशीय बिजली) वज्रपात, आगजनी व बाढ़ आदि जैसी दैवीय आपदा की घटनाएं होती रहती हैं। इन घटनाओं से लोगों के घर नष्ट हो जाते हैं। ऐसे परिवार को खुले में न रहना पड़े इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से पीड़ितों को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाता है। आवास वितरण में किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने पाए इसके लिए उन्होंने तहसील स्तर पर अधिकारियों की एक टीम बनाई है। अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच करेंगे। इसके बाद अपनी रिपोर्ट देंगे। अब तक यह कार्य सचिव व लेखपाल के स्तर से होता था। अधिकारियों के संयुक्त हस्ताक्षर की रिपोर्ट के बाद पात्रों को आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।

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यहां इन अधिकारियों को लगाया

चायल : तहसीलदार चायल, खंड शिक्षा अधिकारी चायल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नोडल।

मूरतगंज : तहसीलदार चायल, खंड शिक्षा अधिकारी मूरतगंज, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी नोडल।

कौशांबी : तहसीलदार मंझनपुर, खंड शिक्षा अधिकारी कौशांबी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नोडल।

मंझनपुर : तहसीलदार मंझनपुर, खंड शिक्षा अधिकारी मंझनपुर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालन नोडल।

सरसवां : तहसीलदार मंझनपुर, खंड शिक्षा अधिकारी सरसवां, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी नोडल।

कड़ा : तहसीलदार सिराथू, खंड शिक्षा अधिकारी कड़ा, जिला विद्यालय निरीक्षक नोडल।

सिराथू : तहसीलदार सिराथू, खंड शिक्षा अधिकारी सिराथू, जिला कृषि अधिकारी नोडल

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अधिकारियों की त्रिस्तरीय समिति का गठन 28 अगस्त को किया गया है। किसी प्रकार की सूचना मिलने पर अधिकारियों को सात दिनों के अंदर मौके पर पहुंचकर जांच करनी होगी। अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट में नाम पता के साथ ही उसके दैवीय आपदा का प्रकार बताना होगा। साथ ही जांच अधिकारियों को यह स्पष्ट बताना होगा कि पीड़ित आवास योजना के लिए पात्र है अथवा अपात्र।

- शशिकांत त्रिपाठी, सीडीओ कौशांबी

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