चुनावी बैठक करने पर सपा कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज

सरायअकिल के तिल्हापुर गांव में लॉकडाउन के दिन चुनावी बैठक के नाम पर सपा नेता ने सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा की थी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाते हुए सपा नेता के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन व कोरोना एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:32 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:32 PM (IST)
चुनावी बैठक करने पर सपा कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज
चुनावी बैठक करने पर सपा कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज

संसू, कसेंदा : सरायअकिल के तिल्हापुर गांव में लॉकडाउन के दिन चुनावी बैठक के नाम पर सपा नेता ने सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा की थी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाते हुए सपा नेता के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन व कोरोना एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

तिल्हापुर गांव निवासी रामचंद्र पासी सपा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रह चुके हैं। उनकी पत्नी रोहिता नेवादा ब्लाक के वार्ड नं 26 से जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ रही है। चौकी प्रभारी तिल्हापुर नित्यानंद सिंह के मुताबिक रविवार को लॉकडाउन के दिन वह हमराही सिपाहियों के साथ इलाके की देखभाल व भ्रमण के लिए निकले थे। पिपरहटा गांव जाते समय तिल्हापुर गांव स्थित सीमेंटेड ईंट भट्ठे पर लगभग 250 लोगों की भीड़ एकत्रित थी। समीप जाने पर पता चला कि पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व सपा नेता रामचंद्र पासी अपनी पत्नी रोहिता जो कि वार्ड नंबर 26 से जिला पंचायत सदस्य पद की प्रत्याशी हैं। उनके पक्ष में चुनावी बैठक आयोजित कर रहे हैं। पुलिस ने डंडा पटककर चुनावी बैठक में शामिल हुए सैकड़ों लोगों की भीड़ को तितर बितर करके मौके से भगा दिया। चौकी इंचार्ज तिल्हापुर नित्यानंद सिंह ने पूर्व विधानसभा सपा प्रत्याशी रामचंद्र के खिलाफ कोरोना महामारी व आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करा दिया है। रामचंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से गांवों की गलियों में चुपके चुपके चुनावी बैठक आयोजित करने वाले अन्य प्रत्याशियों में खलबली मची हुई है। सफाईकर्मियों की चुनाव में लगी ड्यूटी, गांवों में गंदगी का अंबार

संसू, कसेंदा : चायल तहसील के अधिकतर सफाई कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगी है। ऐसे में वह गांव नहीं आ रहे हैं। इसके कारण गाव की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। हर जगह गंदगी का अंबार लगा है। रास्तों में दूषित जल भरा है। ग्रामीण इसकी शिकायत जिम्मेदार से करते हैं, लेकिन उनके पास भी समस्या का समाधान नहीं है।

विकास खंड चायल के कसेंदा गांव में मुख्य मार्ग पर घुटने भर दूषित पानी भरा है। उसके पास ही शिव मंदिर है। इस रास्ते से होकर गुजरने में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सफाई कर्मचारी के ना आने से हो रही इस परेशानी को लेकर गांव के लोगों ने विरोध तक जताया, लेकिन शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। गांव के शंकर लाल, रूपचंद्र, अमर सिंह, बच्चालाल आदि ने बताया कि नाली चोक होने और रास्ता जलमग्न हो गया है। सफाई न होने से इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने सचिव को समस्या बताई तो उन्होंने कर्मचारी के चुनाव में लगे होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। इसी प्रकार बिलासपुर गांव में करीब एक माह से सफाई कर्मचारी नहीं आया। ऐसे में गांव गंदगी से पटा है। मुख्य मार्ग में जलभराव की स्थिति बनी है। गांव के राजा, धारा सिंह, तौकीर सिद्दीकी, अनास अहमद आदि ने इसकी शिकायत दर्ज कराई तो उनको बताया गया कि एक माह तक सफाई कर्मचारी दूसरे काम में व्यस्त रहेगा। जानकारी के बाद से ही गांव के लोग परेशान हैं।

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