विश्व मधुमेह दिवस पर कैडेट ने किया जागरूक

संसू चायल विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर में गुरुवार को विश्व मधुमेह दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एनसीसी के छात्र- छात्राओं ने मधुमेह से बचाव के लिए एक जागरूकता रैली निकाली। विद्यालय प्रबंधक केके तिवारी ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 10:52 PM (IST)
विश्व मधुमेह दिवस पर कैडेट ने किया जागरूक
विश्व मधुमेह दिवस पर कैडेट ने किया जागरूक

संसू, चायल : विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल काजीपुर में गुरुवार को विश्व मधुमेह दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एनसीसी के छात्र- छात्राओं ने मधुमेह से बचाव के लिए एक जागरूकता रैली निकाली। विद्यालय प्रबंधक केके तिवारी ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रबंधक ने कहा कि पूरे विश्व में मधुमेह की बीमारी बहुत ज्यादा बढ़ गई है, इसके प्रति जागरूकता ही बचाव है। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर एनसीसी कैडेट खुशी साहू, सनी केसरवानी, रितिका त्रिपाठी और कृतिका पांडेय आदि ने पोस्टर और बैनर के साथ लेफ्टिनेंट जया शुक्ला, पीटीआइ नकुल तिवारी, मनीष अग्रहरि और दीक्षा अग्रहरि के नेतृत्व में जागरूकता रैली निकाली। चरवा में डॉ. हरीश चंद्र सिंह, डॉ. बीके मिश्र और डॉ. मधुरिमा यादव के साथ गांव में घूम कर लोगों को मधुमेह से बचने के उपाय बताए। मूरतगंज में पीएचसी चिकित्सा प्रभारी सुनील कुमार सिंह, डॉ. आदित्य रावत और डॉक्टर कमलेश कुमार की अगुवाई में लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक किया। राकेश मालवीय ने कहा कि दैनिक दिनचर्या को दुरुस्त करके भी मधुमेह को ठीक किया जा सकता है। प्रधानाचार्य राहुल शुक्ल ने बताया कि 23 नवंबर को बाल मेला आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर नबोनिता चौधरी, आरती ओझा, बलदाऊ पांडेय, रविद्र उपाध्याय, अभिनंदन तिवारी और ब्रह्म प्रकाश शुक्ला सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा।

क्या है डायबिटीज

डायबिटीज जिसे सामान्यत: मधुमेह कहा जाता है। एक ऐसी बीमारी है जिसमें खून में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। उच्च रक्त शर्करा के लक्षणों में अक्सर पेशाब आना होता है, प्यास की बढ़ोतरी होती है, और भूख में वृद्धि होती है। मधुमेह के रोगी इनसे बचें

अचानक अधिक व्यायाम (मतलब यह नहीं कि व्यायाम करें ही नहीं), इंसुलिन मुँह से नहीं लें, घाव को खुला नहीं छोड़ें, दवाई की दुकान से बगैर सलाह के डायबिटीज की गोली खरीदकर नहीं खाएं, भूखे नहीं रहें। पानी की सतह के नीचे तैराकी व फैशन के लिए तंग एवं ऊंची एड़ी वाले जूते बिलकुल नहीं पहनें। खासतौर पर वे जूते जो काटते हैं, बेहोश होने पर मुँह से कभी भी कुछ न दें। क्या करें, क्या न करें

सुबह जल्दी उठें, व्यायाम करें, सक्रिय जीवन शैली अपनाएं, 40 के बाद शुगर की जाच जरूर कराएं, पचने वाला भोजन करना चाहिए, मौसमी और रस वाले फल खाएं, अखरोट, बादाम, चिया सीड्स, मूंगफली, गुनगुना पानी, छाछ, जौ का दलिया और मिलाजुला अनाज खाएं, मल-मूत्र आदि वेगों को नहीं रोकना चाहिए। शाकाहारी भोजन ही करें, अधिक पानी पीएं, भूख से थोड़ा कम खाएं।

chat bot
आपका साथी