कौशांबी में समय बीतने के बाद भी नहीं बन सका आयुर्वेदिक अस्पताल

सिराथू कस्बे में 50 बेड के बन रहे तहसील स्तरीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निर्माण कार्य समय बीतने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो सका है। जबकि काम पूर्ण करने की अवधि 31 मार्च 2021 निर्धारित की गई थी। समय पर बजट न मिलने व कोरोना काल के चलते निर्माण कार्य में देरी होने की बात कहकर कार्यदायी संस्था अगले माह तक स्वास्थ्य विभाग को भवन हस्तांतरित करने का दावा कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:07 PM (IST)
कौशांबी में समय बीतने के बाद भी नहीं बन सका आयुर्वेदिक अस्पताल
कौशांबी में समय बीतने के बाद भी नहीं बन सका आयुर्वेदिक अस्पताल

कौशांबी। सिराथू कस्बे में 50 बेड के बन रहे तहसील स्तरीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निर्माण कार्य समय बीतने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो सका है। जबकि काम पूर्ण करने की अवधि 31 मार्च 2021 निर्धारित की गई थी। समय पर बजट न मिलने व कोरोना काल के चलते निर्माण कार्य में देरी होने की बात कहकर कार्यदायी संस्था अगले माह तक स्वास्थ्य विभाग को भवन हस्तांतरित करने का दावा कर रही है।

क्षेत्र के लोगों को आयुर्वेदिक पद्धति के द्वारा बेहतर चिकित्सीय सेवाओं का लाभ देने के लिए शासन द्वारा सिराथू में तहसील स्तर का 50 शैय्या का आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाने के लिए लगभग सात करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी समिति प्रयागराज द्वितीय को दिया गया। अस्पताल का निर्माण कार्य एक सितंबर 2018 से शुरू किया गया था। जिसे 31 मार्च 2021 तक पूरा कराने का समय दिया गया था। मिली अवधि से छह महीने से अधिक समय बीत रहा है लेकिन भवन निर्माण के बाद अब तक फर्श, गेट व सड़क बनाने का काम अधूरा है। निर्माण संस्था के अवर अभियंता राकेश साहू ने बताया कि समय पर शासन द्वारा बजट न मिलने में देरी हुई है। अब भी बीस लाख का बजट आवंटित नहीं किया गया है, जिसकी वजह से काम प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण काल के दौरान कुछ दिनों तक निर्माण कार्य ठप रहा है। काम अंतिम दौर में चल रहा है। बनाई गई इमारत की तकनीकी जांच कराने के बाद अक्टूबर माह में भवन को विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।

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