रिपेयर के लिए वर्कशाप में 42 ट्रांसफार्मर, अंधेरे में कई गांव
शासन ने जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलकर 48 घंटे के भीतर बिजली आपूर्ति करने का निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को जारी किया है लेकिन इसका अमल विभागीय अधिकारी नहीं कर रही हैं। परेशान उपभोक्ता की शिकायत सांसद व विधायक से कर रहे हैं। अब भी मंझनपुर विद्युत वर्कशाप में रिपेयर के लिए 42 ट्रांसफार्मर पड़े हुए है। ट्रांसफार्मर के न बनने से कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है।
जासं, कौशांबी : शासन ने जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलकर 48 घंटे के भीतर बिजली आपूर्ति करने का निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को जारी किया है, लेकिन इसका अमल विभागीय अधिकारी नहीं कर रही हैं। परेशान उपभोक्ता की शिकायत सांसद व विधायक से कर रहे हैं। अब भी मंझनपुर विद्युत वर्कशाप में रिपेयर के लिए 42 ट्रांसफार्मर पड़े हुए है। ट्रांसफार्मर के न बनने से कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है।
सांसद की पहल पर रविवार की शाम एक ट्रांसफार्मर बदला गया है। विद्युत आपूर्ति करने के लिए जिले में 36 उपकेंद्र बनाए गए हैं। उपभोक्ताओं से विभाग हर महीने बिल भी लेता है, लेकिन बिजली विभाग रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं दे पा रहा है। सोमवार को जागरण ने मंझनपुर वर्कशाप की पड़ताल की तो वहां पर 42 ट्रांसफार्मर रिपेयर के लिए पड़े हुए है। शिकायत के बाद विभागीय अधिकारी जले हुए ट्रांसफार्मर को नहीं बदला रहे हैं। ग्रामसभा निगहा, बाकरगंज व हिमाचल का पूरा गांव के लोगों ने जिला पंचायत अध्यक्ष अवधरानी से ट्रांसफार्मर फुंकने की शिकायत दर्ज कराई। इससे पूर्व चंपहा बाजार के लोगों ने सांसद विनोद सोनकर से शिकायत की जिस पर सांसद ने मुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री तक मामले को पहुंचाया तो 10 नवंबर को ट्रांसफार्मर बदलकर बिजली आपूर्ति बहाल की गई। दो माह से नहीं मिल रही बिजली
संसू, चायल : विद्युत उपकेंद्र पुरखास के जलालपुर जवाहरगंज में लगा 10 केवीए का ट्रांसफार्मर दो माह से जला है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर और क्षेत्रीय अवर अभियंता से की है। गांव की कमला देवी, कुशसिंह, इस्लाम और अमर सिंह ने बताया कि दो माह पहले बरसात में ट्रांसफार्मर पर व्रजपात से जल गया था। कई बार टोल फ्री नंबर सहित क्षेत्रीय अवर अभियंता से शिकायत की लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। गांव के 20 घरों के उपभोक्ताओं को दो माह से विद्युत आपूर्ति नही मिल रही है।
सरकारी नलकूप का नहीं बदला गया ट्रांसफार्मर
संसू, कसेंदा : किसानों को सस्ती सिचाई के लिए लगभग सभी गांव में सरकारी नलकूप लगाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों कि लापरवाही कि वजह से किसानों को निजी नलकूपों से अधिक रुपय खर्च करके सिचाई करनी पड़ती है। गांजा बिजली उपकेंद्र के तियरा गांव के सरकारी नलकूप में लगा 63 केवी का ट्रांसफार्मर दो माह पहले शार्ट सर्किट से जल गया है। ग्रामीणों के कई बार शिकायत करने के बाद भी इसे दुरुस्त नहीं कराया गया। किसान ग्यान सिंह, राकेश कुमार, बबई ने बताया कि सरकारी नलकूप के ट्रांसफार्मर को बदले के मांग अवर अभियंता व एसडीओ से की गई थी, लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है। इससे रबी फसल की बोआई बाधित है।