वन्य जीवों की सेहत को चाहिए संरक्षण की संजीवनी

कासगंज संवाद सहयोगी बुधवार को विश्व वन्य जीव दिवस है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 05:03 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 05:03 AM (IST)
वन्य जीवों की सेहत को चाहिए संरक्षण की संजीवनी
वन्य जीवों की सेहत को चाहिए संरक्षण की संजीवनी

कासगंज, संवाद सहयोगी: बुधवार को विश्व वन्य जीव दिवस है। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए वन विभाग समय-समय पर योजना तैयार करता रहता है। हालांकि, वन्य जीवों की सेहत को अभी और संरक्षण की संजीवनी चाहिए। वन्य जीवों के लिए हजारा नहर सबसे अधिक संवेदनशील है। इस नगर में आएदिन नीलगाय फंस जाती है उन्हें निकालने के लिए वन विभाग को रेस्क्यू आपरेशन चलाने पड़ते हैं।

हजारा नहर की पश्चिमी दिशा पक्की करा दी गई है। हालांकि, यहां मानकों का ध्यान नहीं रखा गया। नहर में लंबी दूरी तक सीढि़या नहीं बनाई गई हैं। ऐसे में यहां कईं बार नीलगाय फस चुकी हैं। वन विभाग की सजगता से नहर में फंसी नीलगायों को समय से बचा लिया गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान पानी का बहाव कम था। यदि यह तेज होता तो नीलगायों को बचा पानी मुश्किल होता। वन्य जीव दिवस पर जिम्मेदारों को संकल्प लेना होगा कि वन्य जीवों के संरक्षण के लिए मजबूत कार्य योजना बनाएंगे। तभी यह दिवस सही मायने में सार्थक हो सकेगा। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए मजबूत कार्य योजना तैयार है। समय-समय पर ग्रामीणों को जागरूक किया जाता है कि वे वन्य जीवों के संरक्षण के लिए आगे आएं। साथ ही वन्य जीवों पर कभी हमला न करें। यदि कोई वन्य जीव घायल अवस्था में मिले तो उसकी सूचना दें।

- दिवाकर वशिष्ठ, डीएफओ हजारा गंग नहर को पक्का कराने का काम नरोरा खंड द्वारा कराया जा रहा है। उन्हीं ने मानक तय किए हैं। स्थानीय सिचाई विभाग का हस्तक्षेप नहीं है। जब-जब नीलगाय फंसती हैं तब-तब सिंचाई विभाग की टीम वन विभाग के सहयोग के लिए भेजी जाती है।

- अरुण कुमार, अधिशासी अभियंता सिचाई

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