बहुएं सीख रहीं अक्षर ज्ञान, मीनू बढ़ा रहीं मान

कासगंज संवाद सहयोगी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जहां एक ओर सरकार गंभीर कदम उठा रही है वहीं समाजसेवी महिलाएं भी आधी आबादी को आगे बढ़ाने में पीछे नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:42 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:42 AM (IST)
बहुएं सीख रहीं अक्षर ज्ञान, मीनू बढ़ा रहीं मान
बहुएं सीख रहीं अक्षर ज्ञान, मीनू बढ़ा रहीं मान

कासगंज, संवाद सहयोगी: महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जहां एक ओर सरकार गंभीर कदम उठा रही है, वहीं, समाजसेवी महिलाएं भी आधी आबादी को आगे बढ़ाने में पीछे नहीं हैं। ऐसा ही कर रही हैं सिढ़पुरा क्षेत्र में तैनात बेसिक शिक्षा विभाग की शिक्षिका मीनू। वे विद्यालय समय के बाद घर-घर पहुंचकर निरक्षर महिलाओं को साक्षर कर रही हैं। अब तक 15 महिलाओं को वह साक्षर बना चुकी हैं। उनकी पहल अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी हुई हैं।

सिढ़पुरा विकासखंड क्षेत्र के गांव ताजपुर में तैनात शिक्षिका मीनू शाक्य समाज को शिक्षित बनाने के लिए अभियान चला रही हैं। वह कहती हैं कि उन्होंने विद्यालय में अभिभावक मीटिग में देखा कि महिलाएं अंगूठा लगाती थीं तो फिर उनको साक्षर बनाने का प्रण कर लिया, क्योंकि कोई भी मां जब स्वयं साक्षर होगी तो वह अपने बच्चों को भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे तक पहुंचा सकेगी। इसी सोच के साथ गांव में निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए एक मुहिम छेड़ दी। अभिभावक मीटिग में आने के बाद रजिस्टर पर अंगूठा लगाने वाली महिलाओं को चिन्हित किया और फिर उनके घर-घर पहुंच कर उन्हें हस्ताक्षर करने सिखाए। इसके अलावा उनको और भी अक्षर ज्ञान कराया। मीनू अब तक लगभग 15 महिलाओं को शिक्षित कर चुकी हैं। जबकि अभी भी महिलाओं की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। मीनू विद्यालय समय में विद्यार्थियों को शिक्षित करती हैं और उसके बाद में महिलाओं को साक्षर बनाती हैं। प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिका को अपने दायित्व के साथ-साथ एक समाज सेवा का भी भाव रखना चाहिए। तभी हम समाज को उन्नति के रास्ते पर प्रशस्त कर पाएंगे। शिक्षिका मीनू की पहल अच्छी है।

- राजीव यादव, बीएसए

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