नहीं थम रहा बुखार से मौत का सिलसिला, तीन की गई जान

कासगंज संवाद सहयोगी जिले में जानलेवा बुखार का प्रकोप रोके नहीं रुक रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:18 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:18 AM (IST)
नहीं थम रहा बुखार से मौत का सिलसिला, तीन की गई जान
नहीं थम रहा बुखार से मौत का सिलसिला, तीन की गई जान

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में जानलेवा बुखार का प्रकोप रोके नहीं रुक रहा है। सोमवार को तीन लोगों की डेंगू बुखार से मौत हो गई। जिले में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 93 तक जा पहुंचा है। ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू का कहर सबसे अधिक दिखाई दे रहा है। लोग मर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े मौतों को झुठला रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में बुखार से अब तक कोई मौत नहीं हुई है।

50 दिन गुजर गए, लेकिन जिले में बुखार का प्रकोप रोके नहीं रुक रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सारे प्रयास विफल और व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। प्रतिदिन बुखार से मौतें हो रही हैं। डेंगू बुखार के साथ-साथ अज्ञात बुखार भी जानलेवा बना हुआ है। गंजडुंडवारा के गांव चौडियाई निवासी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सर्वेश कुमारी एवं उनके पति सुरेश चंद्र तिवारी डेंगू से पीड़ित थे। दोनों को उपचार के लिए आगरा के शांति मांगलिक हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। रविवार देर रात सुरेश चंद्र तिवारी की मौत हो गई। जहांगीरपुर निवासी डा. महेश बुखार से पीड़ित थे। जांच में वह डेंगू पाजिटिव पाए गए। उपचार के दौरान उनकी भी मौत हुई है। सलेमपुर बीबी निवासी विष्णु पांडेय को चार दिन पूर्व बुखार आया था। स्थानीय चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य लाभ न होने पर रेफर कर दिया गया। स्वजन उन्हें बरेली ले गए। वहां उनकी रविवार देर रात मौत हो गई। जिले में अब तक डेंगू सहित अज्ञात बुखार से 93 लोगों की जान जा चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 टीमें बनाई गई हैं। वह बुखार प्रभावित ग्रामों में पहुंचकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही हैं। डेंगू एवं मलेरिया के लक्षण वाले रोगियों की जांच कराई जा रही है। रोगियों को दवा वितरित की जा रही है। जिले में अभी तक डेंगू बुखार से कोई मौत नहीं हुई है।

- डा. अनिल कुमार, सीएमओ

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