शिक्षक बेपरवाह, अभिभावक भी हैं लापरवाह
ऑनलाइन शिक्षा मात्र 12 छात्र प्राप्त कर रहे हैं। विद्यार्थियों के पास एंड्राइड फोन नहीं हैं।
पटियाली (कासगंज), संवाद सूत्र। जिले की पिछड़ी तहसील पटियाली की गंगा की तलहटी में बसा गांव हिम्मतनगर बझेरा अति पिछड़ा हुआ है। यहां शिक्षा का नितांत अभाव है। प्राथमिक शिक्षा के लिए विद्यार्थी दूसरे गांव जाते हैं। जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय गांव में स्थापित है, यहां व्यवस्थाएं नहीं है। पंजीकृत विद्यार्थियों में से मात्र 12 ऑनलाइन शिक्षा ले रहे हैं। विद्यार्थियों पर एंड्राइड फोन भी नहीं है। वहीं क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या है।
शिक्षा के लिए शिक्षक एवं अभिभावक दोनों का सामंजस और शिक्षा के प्रति गंभीर होना जरूरी है। पिछड़े इलाके में भी नौनिहालों को बेहतर शिक्षा दी जा सकती है। गांव हिम्मत नगर बझेरा में शिक्षा को लेकर देखा जाए तो यहां अभिभावक भी गंभीर नहीं है और शिक्षक भी बेपरवाह हैं। 1500 की इस आबादी वाले गांव में 95 फीसद लोग अशिक्षित हैं। गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में मात्र 70 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। तीन कक्षाओं के 70 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए मात्र दो अध्यापक हैं। इन दिनों ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है, लेकिन इस गांव में नेटवर्क नहीं आते हैं। पंजीकृत विद्यार्थियों में से मात्र 12 परिवारों में एंड्राइड फोन हैं जबकि 58 विद्यार्थियों के यहां एंड्राइड फोन नहीं हैं।