बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान कर पितरों को किया तर्पण

कासगंज संवाद सहयोगी श्राद्ध पक्ष की पूर्णिमा पर सोमवार को गंगाघाटों पर पहुंचकर लोगों ने गंगा में स्नान किया और पितरों का स्मरण कर तर्पण किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 05:50 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 05:50 AM (IST)
बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान कर पितरों को किया तर्पण
बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान कर पितरों को किया तर्पण

कासगंज, संवाद सहयोगी : श्राद्ध पक्ष की पूर्णिमा पर सोमवार को गंगाघाटों पर पहुंचकर लोगों ने गंगा में स्नान किया और पितरों का स्मरण कर तर्पण किया। घरों में भी पूर्वजों को तर्पण किया गया। गंगाघाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। स्नानार्थियों ने तर्पण के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराया। जरूरतमंदों को दान दिया। सुबह से लेकर देर शाम तक घाट पर तर्पण करने वालों की भीड़ रही।

श्राद्ध पक्ष में पूर्णिमा को प्रथम दिन पितरों को तर्पण किया जाता है। इसी मान्यता के चलते गंगाघाटों पर क्षेत्र के अलवा राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कछला गंगा नदी, सोरों की हरिपदी गंगा, लहरा गंगाघाट और पटियाली के कादरगंज घाट पर पहुंचे। स्नानार्थियों के घाटों पर पहुंचने का सिलसिला पूर्णिमा की पूर्व संध्या रविवार से ही शुरू हो गया था। सोमवार को सूर्य उदय के साथ ही श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। पितरों को स्मरण कर उन्हें तर्पण किया। गंगा मईया का पूजन किया, दुग्धाभिषेक किया। कुछ श्रद्धालुओं ने गंगा मईया को चूनर ओढाई। जरूरतमंदों को दान देकर ब्राह्मण और कुष्ठ रोगियों को भोजन कराया। घरों में भी ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। पूर्वजों को तर्पण किया गया। देर शाम आरती में उमड़े हजारों लोग

कछला गंगाघाट एवं सोरों की हरिपदी गंगा पर श्राद्ध पक्ष की पूर्णिमा पर शाम को सूर्यअस्त के बाद गंगा मईया की महाआरती का आयोजन हुआ। हजारों की संख्या में स्नानार्थियों ने महाआरती में भाग लिया। घाटों पर गंगा मईया की जय-जय कार के स्वर गूंजते रहे। घंटे और शंखों के शंखनाद से वातावरण गुंजायमान था। कछला घाट की भव्यता देखते ही बनती थी। घाटों पर पैर रखने की भी नहीं थी जगह

सोरों की हरिपदी गंगा, लहरा गंगाघाट और कछला गंगा नदी के घाट पर स्नानार्थियों का इतना अतिरेक था कि लोगों को पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही थी। घाट पर बनी दर्जनों धर्मशालाएं स्नानार्थियों से भरी थीं। कोई अनहोनी न हो इसके लिए गंगा में नावों की व्यवस्था की गई थी। ग्रामीण गोताखोर तैनात थे। कछला घाट पर पुलिस कर्मी स्नानार्थियों को लाउडस्पीकर से किनारे पर ही नहाने की हिदायत दे रहे थे। सोरों से कछला तक रहे जाम के हालात

कासगंज से प्रहलादपुर तक फोरलेन के चलते जाम की स्थिति नहीं थी। लेकिन सड़क पर स्नानार्थियों के वाहनों का दबाव था। वहीं, सोरों से कछला तक वाहनों के इस दबाव के चलते जाम के हालत बने रहे। सोरों से कछला तक लगभग 14 किलोमीटर का यह रास्ता लोगों ने घंटों में तय किया। वाहन चालकों को ही नहीं बल्कि पैदल यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वाहन चालकों ने खेतों में होकर रास्ता बनाया। यातायात एवं सोरों कोतवाली पुलिस को यातायात नियंत्रण करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।

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