गंगा किनारे की 33 ग्राम पंचायतों में बनेगी प्लास्टिक बैंक
कासगंज संवाद सहयोगी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत गंगा के तटवर्ती 33 ग्रामों पंचायतों को 95 लाख रुपये धनराशि की किस्त जारी की गई।
कासगंज, संवाद सहयोगी : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत गंगा के तटवर्ती 33 ग्रामों पंचायतों को 95 लाख रुपये धनराशि की किस्त जारी की गई। इससे गांवों का कायाकल्प किया जाएगा। सरकारी नलों के पास सोकपिट बनेंगे। खाद के लिए गड्ढे तैयार किए जाएंगे एवं प्लास्टिक बैंक भी बनेंगे।
जिले में गंगा के तटवर्ती 33 ग्राम पंचायतों को स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम: के तहत चिन्हित किया गया है। इनका पंचायत राज विभाग द्वारा कायाकल्प किया जाएगा। इसके लिए शासन से 95 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। इस धनराशि से उक्त गांवों में प्लास्टिक बैंक प्रत्येक चौराहे पर बनाए जाएंगे। इनमें प्रयोग में न आने वाली प्लास्टिक को एकत्रित किया जाएगा। मुख्य मार्गाें के सहारे ग्रामीणों द्वारा बनाए गए घूरे को हटाकर सरकारी भूमि पर गड्ढे तैयार करने के बाद कूड़े-करकट को इसमें डालकर खाद बनाई जाएगी। गांव में जहां भी सरकारी नल स्थापित हैं, उनके निकट सोकपिट तैयार किए जाएंगे। जिससे नलों का पानी गड्ढों में जा कर सूख जाए। इन गांवों का होगा कायाकल्प
इंद्राजसनपुर, प्रतीमनगर हरोड़ा, चंद्रपुरा, गऊपुरा, भड़पुरा, दतलाना पुख्ता, कादरबाड़ी, मौजमपुर हुसैनपुर, उढ़ैर पुख्ता, मनिकापुर पुख्ता, मुजफ्फरनगर, बगवास, न्यौली फतुहाबाद, शहवाजपुर, सुन्नगढ़ी, तरसी, उलाईखेड़ा, अल्लीपुर बरबारा, बघेला पुख्ता, बनुपूर पुख्ता, फतेहपुर कलां, मानपुर नगरिया, उकुर्री, बाजनगर सफेद, बरौना, न्यौली, अभयपुर रामपुर, चंदवा पुख्ता, बरौदा गांव शामिल हैं। 28 ग्राम पंचायत में 95.5 फीसद धनराशि की दूसरी किस्त पहुंच चुकी है। जबकि पांच ग्राम पंचायतों में पहले ही 16.5 लाख रुपया भेजा जा चुका है। लगातार निगरानी की जा रही है। सभी ग्राम पंचायतों में कार्य जारी है।
- रविद्र कुमार, डीसी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण