गुरुवार को रातभर बरसते रहे बादल, फसलों को हुआ नुकसान
कासगंज संवाद सहयोगी गुरुवार शाम से शुरू हुई बारिश रातभर होती रही।
कासगंज, संवाद सहयोगी : गुरुवार शाम से शुरू हुई बारिश रातभर होती रही। शुक्रवार को सुबह आसमान में बादल छाए। बारिश का अंदेशा था लेकिन बारिश नहीं हुई। दोपहर बाद बादलों के बीच से सूर्यदेव झांके। दिन भर चली ठंडी हवाओं से मौसम खुशनुमा रहा। तापमान में गिरावट आई।
गुरुवार को सुबह बूंदाबांदी हुई। रात लगभग साढ़े आठ बजे शुरू हुई बारिश कभी धीमी तो कभी तेज गति से रात भर होती रही। बरसात से निचली बस्तियों में जलभराव हुआ। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को सुबह आसमान पर बादल छाए थे। सुबह लगभग 10 बजे काली घटाएं घिरी तो बारिश का अंदेशा हुआ। कुछ देर बात बादल छट गए और बारिश नहीं हुई। दोपहर लगभग दो बजे बादलों के बीच से सूर्यदेव झांके लेकिन तेज नहीं छोड़ा और कुछ देर बाद पुन: बादलों में जा छिपे। दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहीं। इससे मौसम खुशनुमा हुआ। तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम में परिवर्तन हुआ है। लोगों ने हल्की सर्दी का अहसास किया है। यह रहा तापमान
- अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस
- न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस बारिश से गिरी दीवार, बालक घायल
दरियावगंज : थाना गांव में बारिश के कारण शुक्रवार की सुबह एक मकान की दीवार गिर गई। इससे सड़क किनारे खेल रहा पांच वर्षीय अनुज पुत्र मुलायम सिंह मलवे में दब गया। चीख पुकार की आवाज सुन पहुंचे लोगों ने बालक को मलबे से निकाला वह घायल था। स्वजन उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां से उसे जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। जहां उसका उपचार जारी है। पिता के अनुसार अनुज के दाहिने पैर की हड्डी टूटी है और शरीर में चोट आई हैं। रातभर गुल रही बिजली
गुरुवार को रात भर बारिश होती रही। बारिश के चलते शहर में बिजली आपूर्ति बाधित रही। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रात को बिजली की आपूर्ति न मिलने से मच्छरों के कारण रात की नींद खराब हुई है। शुक्रवार को सुबह बिजली सुचारू हुई। विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश कुमार का कहना है कि कोई विशेष फाल्ट नहीं था, लेकिन बारिश के साथ बहुत तेज हवाएं चल रही थी। कोई हादसा न हो इनके लिए आपूर्ति बाधित की गई थी। तेज हवाओं से बिछी बाजरा की फसल
दो दिन से चल रही ठंडी और तेज हवाओं से बाजरा की फसल को नुकसान हुआ है। पटियाली के भरगैन क्षेत्र में सैकड़ों बीघा बाजरा की फसल खेतों में बिछ गई है। कृषि विशेषज्ञ राजकुमार सिंह का कहना है कि वैसे तो बरसात से फसलों को कोई विशेष नुकसान नहीं है। लेकिन हवाओं से बाजरा की फसल को बिछ जाने से नुकसान होगा। यह बारिश धान की फसल के लिए वरदान है।