बढ़ोत्तरी का लगा करंट, झुलसा आमजन
जनता को नहीं रास आया फैसला चोरी रोकें कीमत न बढ़ाएं बिजली की दरें बढ़ेंगी तो लोगों में बढ़ेगी चोरी की भी प्रवृत्ति
कासगंज, जागरण संवाददाता। बिजली की कीमतों में बढ़ोत्तरी की तैयारी के फैसले से हर कोई हैरान है। कारोबारी से लेकर आम आदमी सरकार के इस फैसले से सहमत नहीं है। लोगों का मानना है कि सरकार कीमतें बढ़ाने से ज्यादा चोरी रोकने पर जोर दे, ताकि सरकार का राजस्व भी बढ़ सके।
रविवार को शहर के नुक्कड़ से लेकर चौपालों तक बस यही चर्चा रही। सुबह टहलने जाने वाले लोग हों या चाय की दुकान। हर जुबां पर एक ही बात थी जो बिजली का बिल देते हैं, उन पर ही इसका असर पड़ेगा। बारहद्वारी पर खेल कर लौट रहे शहर के कारोबारी एवं नौकरीपेशा लोगों का कहना था कि क्या फायदा? बिल बढ़ेगा तो लोग चोरी करेंगे। इससे भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा मिलेगा। हर किसी की जुबां पर एक ही बात है कि सरकार अगर चोरी रोकने को गंभीरता से लें तो उक्त समस्या का समाधान निकल सकता है।
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बिजली की दरें बढ़ाने का फैसला बिल्कुल गलत है। सरकार आम जनता पर बोझ बढ़ाती जा रही है। इसका सीधा असर बिजली का बिल देने वालों पर पड़ेगा।
गोपाल बाबू मित्तल, कारोबारी बिजली की दरें यूपी में पहले से ही काफी ज्यादा हैं। बिजली तो आम जनता के लिए जरूरी है। इसकी कीमत पर सरकार को नियंत्रण रखना चाहिए।
सुनील दत्त शर्मा, एडवोकेट हमें पता है हम साढ़े तीन हजार रुपये महीना बिल दे रहे हैं, कई लोग हैं छह-छह एसी लगे हैं, लेकिन बिल चार-पांच हजार आता है। कीमत बढ़ेगी तो चोरी में ही इजाफा होगा।
शारदा प्रसाद सक्सैना, एडवोकेट वैसे ही धंधा मंदा चल रहा है। ऐसे में बिजली की कीमत बढ़ाने का फैसला जनता पर बोझ डालने जैसा है।
ज्ञान प्रकाश शर्मा, विक्रेता