किसानों की समस्याओं का किया जाए निराकरण
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया।
कासगंज, संवाद सहयोगी। किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन डीएम को देकर राज्यपाल से समस्याओं के निराकरण किए जाने की मांग की। उन्होंने ने सरकार विरोधी नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते जिलाध्यक्ष अदनान खान ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के किसानों के साथ अन्याय किया है। देश की हरित क्रांति को हराने की साजिश रची जा रही है। अन्नदाता को पूंजीपतियों के हाथों गिरवीं रखने का षडयंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की इन नीतियों से किसान बर्बाद हो रहा है। कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए काले कानूनों को वापस लिए जाने की मांग की। सत्यप्रकाश गुप्ता, राजेंद्र कश्यप, राजवीर सिंह राना, श्याम बाबू चंचल, मसूद हसन, झम्मन सिंह लोधी, राजकपूर बाल्मीकि, वेद प्रकाश शाक्य, कुंवरपाल सिंह, अली हसन, जितेंद्र प्रसाद मिश्रा, रमेश चंद्र धनगर, मुरारी लाल, मोहम्मद उमर, सियाराम, असरार सैफी, इरशाद अहमद और अरविद कुमार मौजूद रहे। एक को दिल्ली कूच करेंगे कासगंज के किसान
कासगंज: भारतीय किसान यूनियन भानु के कार्यकर्ताओं एक दिसंबर को किसान दिल्ली के लिए कूच करने का निर्णय लिया। इस संदर्भ में पंचायत गढ़ी हरनाठेर में जिलाध्यक्ष के आवास पर बैठक हुई। इसके बाद ग्रामीणों ने आधा दर्जन गांवों में किसानों से संपर्क कर दिल्ली चलने का आह्वान किया।
पंचायत में राष्ट्रीय सचिव कुलदीप पांडेय ने कहा कि दिल्ली के किसान आंदोलन में जिले के किसानों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की किसान नीति के विरोध में दिल्ली कूच करेंगे। बैठक में सर्वसम्मति से एक दिसंबर को दिल्ली कूच करने का निर्णय लिया। जिलाध्यक्ष आशीष पांडेय ने किसानों से अपने हक की लड़ाई के लिए एकजुट रहने का आह्रवान किया। राष्ट्रीय सचिव के नेतृत्व में किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने लुहर्रा, सियपुर, गढ़ी हरनाठेर, गली पंचगाई और दौकेली गांवों में जाकर किसानों से संपर्क किया और दिल्ली चलने के लिए प्रेरित किया। श्यामवीर सिंह, विनोद शर्मा, तौसीफ खान, शैलेंद्र पाल, बृजेश यादव, मुनेशवीर सिंह, बुद्धसेन, कल्याण सिंह, विश्वजीत वशिष्ठ, राम सिंह, गिरधर, सुनोध कुमार मौजूद रहे।