पेराई बंद होने से मिल के बाहर लगी गन्ना वाहनों की कतारें

कासगंज संवाद सहयोगी न्यौली शुगर मिल के बायलर में तकनीकी कमी आ जाने से पेराई बंद हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:50 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:50 AM (IST)
पेराई बंद होने से मिल के बाहर लगी गन्ना वाहनों की कतारें
पेराई बंद होने से मिल के बाहर लगी गन्ना वाहनों की कतारें

कासगंज, संवाद सहयोगी : न्यौली शुगर मिल के बायलर में तकनीकी कमी आ जाने से पेराई बंद हो गई है। तकनीकी कर्मी कमी को सुधारने में लगे हैं। पेराई बंद होने से मिल के बाहर गन्ना वाहनों की कतारें लगी हैं। किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

न्यौली स्थित चीनी मिल के बायलर में तकनीकी कमी आ गई। यकायक कमी आने से चलती मिल बंद हो गईं और पेराई रुक गई। पेराई बंद होने से मिल के बाहर गन्ना वाहनों की कतारें लग गई हैं। रात को किसान आसमान के नीचे बायलर सही होने का इंतजार करते रहे। शुक्रवार को भी बायलर की तकनीकी खामी सुधारने के लिए मिल प्रबंधन द्वारा लखीमपुर से इंजीनियर बुलाए गए थे जो तकनीकी खामी सुधारने में लगे हुए हैं। शाम तक तकनीकी खामी में सुधार नहीं हो सका है और मिल में पेराई शुरू नहीं हुई है। पेराई शुरू न होने से गन्ना किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला गन्ना अधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि मिल प्रबंधन बायलर की कमी सुधारने में लगा हुआ है। निर्देश दिए गए हैं कि जल्द ही कमी को सुधार कर पेराई शुरू कराई जाए। किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जाए। 22 नवंबर को ही मिल का पेराई सत्र शुरू हुआ चार दिन चलकर ही मिल बंद हो गई। प्रबंधन को समय से मशीनों को दुरुस्त करा लेना चाहिए था जिससे बीच में इस तरह की समस्या न आती।

- शिव सिंह, गांव नगला बदन पेराई बंद होने से सबसे ज्यादा दिक्कत यह है कि मिल के बाहर गन्ना लेकर खड़े हैं। सर्द मौसम में रात को गाड़ियों पर ही रहना पड़ रहा है। बीते वर्ष भी इस तरह की समस्या सामने आई थी।

- राजपाल सिंह, गांव खडैरी इंजीनियर तकनीकी कमी सुधारने में लगे हुए है। संभवत: देर रात तक कमी सुधार ली जाएगी, और पेराई शुरू करा दी जाएगी। गन्ना किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।

- सुधीर कुमार, महाप्रबंधक न्यौली शुगर मिल

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