पितृ पक्ष आज से, तर्पण को गंगाघाटों पर पहुंचेंगे श्रद्धालु

सोरों संवाद सूत्र पितरों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार से पितृ पक्ष शुरू होगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 05:23 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 05:23 AM (IST)
पितृ पक्ष आज से, तर्पण को गंगाघाटों पर पहुंचेंगे श्रद्धालु
पितृ पक्ष आज से, तर्पण को गंगाघाटों पर पहुंचेंगे श्रद्धालु

सोरों, संवाद सूत्र: पितरों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार से पितृ पक्ष शुरू होगा। पितृ पूर्णिमा पर घाटों पर पहुंचकर श्रद्धालु पितरों को तर्पण करेंगे। 16 दिन तक श्राद्ध पक्ष चलेगा। इन दिनों में शुभ कार्य नहीं किए जा सकेंगे। गंगा के घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ जुटेगी।

सोमवार को को पितृ पूर्णिमा होगी। मान्यताओं के अनुसार पितृ पूर्णिमा से लेकर कृष्ण अमावस्या तक पितृ पक्ष चलता है। पितृ पक्ष में पूर्वजों को याद किया जाता है। पहले दिन पूर्णिमा को पितरों को तर्पण करने की परंपरा है। इसी परंपरा के निर्वहन के लिए सोमवार को लहरा गंगाघाट, सोरों की हरिपदी गंगाघाट, कछला गंगा नदी एवं पटियाली में कादरगंज गंगाघाट पर पितरों के तर्पण के लिए श्रद्धालुओं का मेला लगेगा। पूर्णिमा की पूर्व संध्या रविवार शाम से ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली सहित अन्य प्रांतों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। घाटों पर पूजा सामग्री की दुकानें सजी हैं। सुरक्षा की ²ष्टि से पुलिस की व्यवस्था की गई है। स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया है। पितृ पक्ष पितरों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का पर्व है। इसे महालय पक्ष अपर पक्ष के नाम से भी जाना जाता है। भाद्रपद पूर्णिमा से अश्वनी कृष्ण अमावस्या तक के 16 दिन तक पितृ पक्ष रहता है। पहले दिन पितरों को तर्पण किया जाता है। मान्यता है कि इन दिनों में पितर मृत्यू लोक से पृथ्वी पर आते हैं। पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें तर्पण किया जाता है।

- आचार्य धर्मधर शास्त्री

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