पांच वर्षाें में नहीं हुआ गांव का विकास, लोग कर रहे मांग

कासगंज संवाद सहयोगी विकास खंड का गांव नगला भरसोली विकास को तरस रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 05:50 AM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 05:50 AM (IST)
पांच वर्षाें में नहीं हुआ गांव का विकास, लोग कर रहे मांग
पांच वर्षाें में नहीं हुआ गांव का विकास, लोग कर रहे मांग

कासगंज, संवाद सहयोगी: विकास खंड का गांव नगला भरसोली विकास को तरस रहा है। टूटी नालियां, उखड़े खरंजे, जगह-जगह जलभराव और गंदगी के ढेर गांव की बदहाली बयां करते हैं। ग्रामीण गांव की दुर्दशा के लिए ग्राम प्रधान को दोषी मानते हैं।

नगला भरसोली में यदि विकास पर नजर डाली जाए तो शायद ही ऐसी कोई गली हो जहां सड़कें दुरुस्त दिखाई देती हों। तमाम मार्गो पर कीचड़ और जलभराव के कारण राह निकलना दूभर होता है। जगह-जगह लगे घूरे के ढेर ग्रामीणों की लापरवाही और कूड़े के ढेर सफाई कर्मचारी के नियमित न पहुंचने को दर्शाता है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने गांव के विकास में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया। चहेतों की बस्तियों में इंटरलाकिग सड़के बनवाईं, जबकि तमाम क्षेत्रों में रास्ते जर्जर ही हैं। इन इलाकों में टूटी सड़कें और जलभराव से लोग परेशान रहते हैं। गांव में गंदगी से मच्छर पैदा हो रहे हैं। संक्रमण की संभावना रहती है। कोई सुनने वाला नहीं है। ग्रामीणों ने डीएम से गांव में विकास कार्य कराए जाने की मांग की है। ग्राम प्रधान ने पक्षपात पूर्ण कार्य कराए। जिससे गांव की तमाम बस्तियां विकास से अछूती रह गई। यहां के लोग अव्यवस्थाओं बीच जी रहे हैं।

- जोगराज सिंह, ग्रामीण गंदगी और जलभराव गांव की सबसे बड़ी समस्या है। प्रधान से कई बार इस समस्या के समाधान की मांग की गई, लेकिन हमेशा अनसुनी की गई।

- पंकज कुमार, ग्रामीण जो भी धन मिला उससे गांव का विकास कार्य कराया। धन के अभाव में काम अधूरे रह गए। विकास कार्य में कोई पक्षपात नहीं किया गया।

- गिरंध कुमार, ग्राम प्रधान

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