अपहृत बालक की हत्या, खेत में मिला शव
बालक के हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे। मुंह पर टेप और गले में फंदा लगा था। खेत पर जाते समय अपहरण हुआ था। अपहरण कर्ताओं ने फिरौती के लिए 40 लाख रुपये की मांग की थी।
कासगंज, जागरण संवाददाता। सिढ़पुरा के गांव पिथनपुर से अपहृत बालक की हत्या कर दी गई। उसका शव गांव से दो सौ मीटर दूर खेत में मिला है। बालक के हाथ-पैर रस्सी से बंधे मिले हैं, गले में फंदा और मुंह पर टेप लगा है। सोमवार को लापता बालक के स्वजन के पास मंगलवार को 40 लाख रुपये की फिरौती के लिए फोन आया था। अपहरण और हत्या के पीछे रंजिश की भी आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शक के आधार पर तीन लोग हिरासत में लिए हैं।
गांव पिथनपुर निवासी किशनवीर का 10 वर्षीय बेटा लोकेश सोलंकी सोमवार को खेत पर जाते समय लापता हो गया था। मंगलवार को किशनवीर के भतीजे के पास 40 लाख की फिरौती के लिए काल आई थी। बुधवार शाम सात बजे पिथनपुरा से दो सौ मीटर की दूरी पर पुलिस टीमें सर्च आपरेशन चला रही थीं। तभी खेत में बाजरा की करब के बीच बालक का शव मिल गया। आशंका जताई जा रही है कि बालक को रास्ते से ही मुंह पर टेप लगाकर लाया गया होगा। इसके बाद हाथ पैर बांधकर खेत में रखा गया। बाद में रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी गई।
सिढपुरा के थानाध्यक्ष प्रेमपाल का कहना है कि गुमशुदगी की सूचना फिरौती के लिए अपहरण व हत्या की धारा में दर्ज कर ली गई है।
कटरी की खाक छान रही थी पुलिस
पुलिस की टीमें मंगलवार रातभर कटरी में बालक की तलाश करती रहीं। देर रात आइजी अलीगढ़ पीयूष मोर्डिया भी गांव पहुंचे। एडीजी जोन आगरा अजय आनंद ने एसटीएफ की टीम को भी बालक का पता लगाने के लिए लगाया। टीमों ने गांव में ही डेरा जमा लिया था। गांव के आसपास सर्च आपरेशन चलाया गया।
एटा से आई थी फिरौती को काल
किशनवीर के भतीजे पर मंगलवार को जिस नंबर से काल आई, पुलिस ने उसके बारे में पता किया। यह काल एटा से की गई थी। पुलिस अब हत्या के पीछे एटा कनेक्शन जानने में भी जुटी है।
तीन दिन से घर में नहीं जल रहे चूल्हे
बालक के परिवार में दुख का माहौल है। किशनवीर के परिवार में तीन दिन से भोजन भी नहीं पका है। नाते-रिश्तेदार भी किशनवीर के घर दुख बांटने पहुंच रहे हैं। गांव की महिलाएं भी पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रही हैं। शाम को शव मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया है। हत्या के पीछे रंजिश की बात सामने आ रही है। कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। पूछताछ की जा रही है।
अजय आनंद, एडीजी जोन आगरा