शहर के मुख्य बाजारों में नहीं दिखी गश्ती पुलिस
कासगंज संवाद सहयोगी गुरुवार रात को शहर में पुलिस चौकी पुलिस पिकेट और शहर में पुलिस की चौकसी की जागरण ने पड़ताल की।
कासगंज, संवाद सहयोगी: गुरुवार रात को शहर में पुलिस चौकी, पुलिस पिकेट और शहर में पुलिस की चौकसी की जागरण ने पड़ताल की। दो टीम रात में 12 बजे शहर में निकलीं और एक बजे तक देखा तो कहीं मुस्तैदी थी तो कहीं लापरवाही दिखाई दी। चौराहे सूने थे बारहद्वारी की पुलिस मुस्तैद दिखाई दी। शहर में चार चौकियां हैं, जिनमें सहावर गेट चौकी तो कागज पर ही संचालित है। अन्य तीन चौकियों पर होमगार्ड दिखाई दिए। बजार सूने थे। इस एक घंटे में कहीं पुलिस का गश्ती दल नहीं मिला।
- नदरई गेट चौकी पर रात 12 बजकर 10 मिनट पर दो होमगार्ड थे। एक तखत पर सोया हुआ था तो दूसरा मुस्तैद था। चौकी प्रभारी का गश्त पर होना बताया गया।
- सोरों गेट चौकी 12 बजकर 19 मिनट पर मुख्य गेट बंद था। सामने पड़ी कुर्सी पर होमगार्ड बैठा हुआ था। पुलिसकर्मियों और चौकी इंचार्ज के बारे में कुछ नहीं बताया।
- बिलराम गेट चौकी बस स्टैंड के सामने है। यह काफी महत्वपूर्ण स्थान है। 12 बजकर 25 मिनट पर चौकी पर एक कांस्टेबल चौकी प्रभारी की कुर्सी पर मोबाइल चला रहा था। कैमरा खुलते ही उठकर साइड हो गया।
- सदर कोतवाली 12 बजकर 35 मिनट पर इंस्पेक्टर की गाड़ी थाने पर ही थी। गाड़ी के पास खड़े पुलिस कर्मियों से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो अभी गश्त से वापस हुए हैं।
- शहर के मुख्य सराफा बजार में पुलिस की पिकेट दिखाई नहीं दी। इस एक घंटे की पड़ताल में शहर के किसी बाजार में पुलिस का गश्ती दल नहीं मिला। यहां लगती है पिकेट
बाराद्वारी, ततारपुर पुल, सराफा बजार और बहेड़िया मोड़। सराफा बजार में पिकेट लगाई जाती है। मुख्य बाजारों में गश्त रहती है। जांच कराई जाएगी और ऐसी लापरवाही दिखेगी तो निश्चित ही जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जागरण की पड़ताल होती रहनी चाहिए। यह बेहतर है।
- बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी